भारत के जलाशयों का भंडारण स्तर पिछले वर्ष के स्तर से ऊपर पहुंचा : केंद्रीय जल आयोग
नयी दिल्ली, 21 फरवरी (भाषा) केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने भारत के जलाशय भंडारण स्तर में सुधार की सूचना दी है, जिसके अनुसार निगरानी वाले 155 जलाशयों में कुल सक्रिय भंडारण क्षमता 98.974 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) तक पहुंच गई है।
सीडब्ल्यूसी द्वारा जारी साप्ताहिक बुलेटिन के अनुसार, यह उनकी कुल भंडारण क्षमता का 55 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 120 प्रतिशत की वृद्धि तथा पिछले दस वर्षों के औसत भंडारण का 116 प्रतिशत है।
उत्तरी क्षेत्र में (जिसमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं) जलाशयों में उनकी कुल क्षमता का 30 प्रतिशत जल भराव है, जो पिछले वर्ष के 40 प्रतिशत से कम है।
जबकि पूर्वी क्षेत्र (असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नागालैंड, बिहार) में भंडारण स्तर 54 प्रतिशत रहा जो पिछले वर्ष के 55 प्रतिशत से थोड़ा कम है।
पश्चिमी क्षेत्र (गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा) में भंडारण क्षमता बढ़कर 67 प्रतिशत हो गई है जो पिछले वर्ष के 56 प्रतिशत से काफी अधिक है।
मध्य क्षेत्र (उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़) के जलाशयों की क्षमता 57 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष के 53 प्रतिशत से बेहतर है।
जबकि दक्षिणी क्षेत्र (आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु) में 53 प्रतिशत भंडारण स्तर दर्ज किया गया जो पिछले वर्ष के 30 प्रतिशत से बेहतर है।
लगभग 100 जलाशयों में पिछले वर्ष की तुलना में अधिक भंडारण की सूचना दी गई है, जबकि 112 जलाशयों में सामान्य स्तर से अधिक भंडारण हुआ है। 20 जलाशय ऐसे हैं जिनमें सामान्य भंडारण का 80 प्रतिशत से भी कम है, जबकि आठ जलाशयों में भंडारण का स्तर 50 प्रतिशत से भी कम है।