शमी सबसे कम मैच में 200 वनडे विकेट तक पहुंचने वाले भारतीय गेंदबाज बने

शमी सबसे कम मैच में 200 वनडे विकेट तक पहुंचने वाले भारतीय गेंदबाज बने

दुबई, 20 फरवरी (भाषा) स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी बृहस्पतिवार को यहां बांग्लादेश के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी मैच के दौरान सबसे कम मैच में 200 वनडे विकेट झटकने वाले भारतीय गेंदबाज और ओवरऑल दूसरे गेंदबाज बन गए। इस तरह उन्होंने पांच विकेट लेकर आईसीसी टूर्नामेंट में शानदार वापसी की।

लंबे समय तक चोट से दूर रहने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करते हुए शमी ने अपने 104वें मैच में तीसरा विकेट लेकर यह उपलब्धि हासिल की और भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर को पीछे छोड़ दिया जिन्होंने 133 मैच में यह मुकाम हासिल किया था।

शमी का 200वां विकेट जाकिर अली थे जिन्होंने 68 रन बनाये।

इसके बाद उन्होंने अपने खाते में दो और विकेट जोड़े और दिन का अंत 53 रन देकर पांच विकेट के आंकड़े के साथ किया जिससे आईसीसी टूर्नामेंटों में सबसे सफल गेंदबाजों में से एक के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हो गई।

शमी के आईसीसी टूर्नामेंट में अब 60 विकेट हो गए हैं जिससे वह 50 ओवरों के दो आईसीसी टूर्नामेंट (वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी) में भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनके बाद जहीर खान (59), जवागल श्रीनाथ (47) और रविंद्र जडेजा (43) आते हैं।

शमी इस तरह ओवरआल सबसे तेजी से 200 वनडे विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। उनसे आगे ऑस्ट्रेलियाई बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क हैं जिन्होंने 102 मैच में 200 विकेट झटके हैं।

भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक शमी का वनडे प्रारूप में औसत 25 से कम है और वह पहले ही पांच बार पांच विकेट और 10 बार चार विकेट ले चुके हैं।

चौंतीस वर्षीय शमी वनडे क्रिकेट में 200 विकेट पूरे करने वाले आठवें भारतीय हैं।

टखने की चोट के कारण 14 महीने तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहने वाले शमी ने शानदार वापसी की है। हालांकि यह सफर आसान नहीं था क्योंकि उन्हें डर था कि उनका करियर खत्म हो गया है।

हालांकि देश के लिए फिर से खेलने की उनकी अटूट इच्छा ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 वनडे विश्व कप फाइनल के दौरान टखने में चोट लगी थी जिससे उनकी शानदार फॉर्म पर ब्रेक लग गया।

बाएं घुटने में सूजन के कारण उनकी उबरने की प्रक्रिया और भी जटिल हो गई थी क्योंकि वह एक साल से अधिक समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहे थे।

जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने के कारण शमी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई कर रहे हैं।