भारत की चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनियों को वैश्विक बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा आईसीएआई
नयी दिल्ली, 19 फरवरी (भाषा) भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) ने देश की चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनियों को वैश्विक बनाने तथा नए पेशेवर अवसर सृजित करने के लिए सरकार से सहयोग का आह्वान किया है।
आईसीएआई के अध्यक्ष चरणजोत सिंह नंदा ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने अपने सदस्यों तथा छात्रों के लिए कार्य-जीवन संतुलन के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि सबसे अधिक ध्यान नैतिक मूल्यों पर दिया जाना चाहिए।
नंदा ने 12 फरवरी को आईसीएआई के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था।
आईसीएआई के चार लाख से अधिक सदस्य हैं। वह कार्य-जीवन संतुलन को बढ़ावा देने के लिए एक समिति गठित करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत, अकाउंटेंट (लेखाकार) का एक कारखाना है... हम चाहते हैं कि भारतीय (चार्टर्ड अकाउंटेंट) कंपनियां वैश्विक बनें (जिसके लिए) हम सरकार का सहयोग मांगेंगे।’’
नंदा ने साथ ही कहा कि संस्थान, राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है।
गौरतलब है कि कुछ लेखांकन और लेखा परीक्षा मानकों पर आईसीएआई और एनएफआरए के बीच मतभेद रहे हैं।