फ्यूचरब्रांड इंडेक्स की वैश्विक रैंकिंग में रिलायंस दूसरे पायदान पर; एप्पल, नाइकी को पीछे छोड़ा

फ्यूचरब्रांड इंडेक्स की वैश्विक रैंकिंग में रिलायंस दूसरे पायदान पर; एप्पल, नाइकी को पीछे छोड़ा

नयी दिल्ली, 17 फरवरी (भाषा) देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज फ्यूचरब्रांड इंडेक्स की 2024 की वैश्विक सूची में दूसरे स्थान पर है। कंपनी ने इस मामले में एप्पल और नाइकी जैसे बड़े ब्रांड को पीछे छोड़ते हुए यह स्थान हासिल किया है।

यह रैंकिंग उन ब्रांड को सामने लाती है जो बाजार में हो रहे बदलाव से आगे रहते हुए, ब्रांड उद्देश्य और अनुभव दोनों को पूरा करने के लिए लगातार रणनीति तैयार करते हैं और उसे अमल में लाते हैं।

रिलायंस ने 11 स्थानों की लंबी छलांग लगाई है। पिछले साल कंपनी 13वें स्थान पर थी। रैंकिंग में रिलायंस अब एप्पल, नाइकी, वॉल्ट डिजनी, नेटफ्लिक्स, माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल और टोयोटा जैसे जाने-माने वैश्विक ब्रांड से आगे है।

सूची में दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग पहले स्थान पर है। रिलायंस एकमात्र भारतीय ब्रांड है, जिसे सूची में जगह मिली है।

फ्यूचरब्रांड इंडेक्स 2024 की रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘भविष्य का ब्रांड आने वाले समय की सफलता के लिए तैयार ब्रांड है। भविष्य के ब्रांड अपनी मूल पहचान को खोए बिना बदलती उपभोक्ता अपेक्षाओं, तकनीकी प्रगति और बाजार की गतिशीलता को पहचान कर उसके अनुकूल बदलते हैं। उन्हें इस बात का पता होता है कि वे कौन हैं और क्या कर रहे हैं।’’

फ्यूचर ब्रांड सूचकांक पीडब्ल्यूसी की बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष 100 कंपनियों का मूल्यांकन करता है। इसमें ब्रांड को लेकर धारणा और उसकी मजबूती के नजरिये मूल्यांकन किया जाता है।

इसमें कहा गया, ‘‘पिछले दशक में फ्यूचरब्रांड इंडेक्स से पता चलता है कि सफल ब्रांड जानते हैं कि परिस्थितियों के साथ सामंजस्य कैसे बिठाया जाए, जिससे न केवल अस्तित्व सुनिश्चित हो, बल्कि निरंतर सफलता भी मिले।’’

फ्यूचरब्रांड पहली 100 कंपनियों की रैंकिंग करता है। रैंकिंग में दुनियाभर के पेशेवर शामिल होते हैं। पारंपरिक रैंकिंग का आधार वित्तीय प्रदर्शन पर केंद्रित होता है। इसके उलट, फ्यूचरब्रांड सूचकांक इस बात पर गहराई से विचार करता है कि दुनियाभर के पेशेवर ब्रांड को कैसे देखते हैं।

रैंकिंग में वे ब्रांड आगे हैं जो लक्ष्यों को पूरा करने के लिए लगातार रणनीति विकसित करते रहते हैं, और बाजार में होने वाले बदलावों में दूसरी कंपनियों से आगे रहते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘समय के साथ स्थिति बदली हैं। 2014 में, शीर्ष दस ब्रांड में से सात अमेरिका के थे। लेकिन 2024 में इसमें चार अमेरिकी ब्रांड और पांच एशिया प्रशांत (एपीएसी) और एक पश्चिम एशिया से हैं...।’’