मंदिर उत्सव में हाथियों का उत्पात: मृतकों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये मुआवजे की घोषणा
कोझिकोड (केरल), 17 फरवरी (भाषा) केरल सरकार ने कोझिकोड जिले में एक मंदिर में उत्सव के दौरान दो हाथियों के उत्पात में तीन लोगों की मौत हो जाने के मामले को लेकर मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा राशि देने की घोषणा की है।
कोइलांडी के पास मंदिर का दौरा करने के बाद देवस्वोम मंत्री वी. एन. वासवन ने पत्रकारों को यह भी बताया कि घटना में घायल हुए लोगों को समय पर मुफ्त चिकित्सा उपचार मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह गुरुवायुर और मालाबार देवस्वोम बोर्ड द्वारा लिया गया एक संयुक्त निर्णय है और देवस्वोम विभाग राशि वितरित करेगा।’’
पुलिस के अनुसार, 13 फरवरी को कोइलांडी के पास मनाकुलंगरा मंदिर में उत्सव के लिए लाए गए दो हाथी पटाखे फोड़ने के बाद उग्र हो गए और एक-दूसरे पर हमला करने लगे। लड़ाई के दौरान हाथी वहां मंदिर परिसर के अंदर एक इमारत से टकरा गए, जिससे इमारत की एक दीवार वहां खड़े लोगों पर गिर गई। इस घटना में दो महिलाओं सहित तीन बुज़ुर्गों की मौत हो गई।
इसके बाद हाथी मंदिर परिसर से भाग गए और वहा भगदड़ मच जाने से 20 से अधिक लोग घायल हो गए।
पीतांबरन और गोकुल नाम के दो हाथियों को काबू में करने में करीब दो घंटे लगे। उत्सव के आखिरी दिन मंदिर में भारी भीड़ जमा हुई थी।
वसावन सहकारिता एवं बंदरगाह मंत्री भी हैं। उन्होंने इस घटना को दुखद बताया और कहा कि हाथियों की शोभा यात्रा वाले मंदिर उत्सवों को बंदी हाथियों (प्रबंधन एवं रखरखाव) के नियमों के अनुसार आयोजित किया जाना चाहिए।
वन मंत्री ससींद्रन ने जिलाधिकारी और उत्तरी क्षेत्र के मुख्य वन संरक्षक (सामाजिक वानिकी) से घटना के संबंध में तत्काल रिपोर्ट मांगी थी।