आदित्य ठाकरे ने राहुल गांधी, केजरीवाल से की मुलाकात

आदित्य ठाकरे ने राहुल गांधी, केजरीवाल से की मुलाकात

नयी दिल्ली, 13 फरवरी (भाषा) शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की हार के कुछ दिनों बाद स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की लड़ाई को मजबूत करने के संदेश के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की।

राष्ट्रीय राजधानी के दौरे पर आए आदित्य ठाकरे ने पार्टी सांसदों से भी मुलाकात की। ऐसी खबरें हैं कि पार्टी पदाधिकारियों में असंतोष है और कुछ नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने की योजना बना रहे हैं।

ठाकरे ने बुधवार देर शाम राहुल गांधी और बृहस्पतिवार को केजरीवाल से मुलाकात की।

आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘क्या भाजपा और निर्वाचन आयोग के बीच कोई अंतर है?... मुझे तो यह भी नहीं पता कि मेरा वोट कहां जाता है। ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और वीवीपैट (वोटर-वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) पर अधिक स्पष्टता की आवश्यकता है।’’

केजरीवाल से मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने इसे मित्रता के नाते शिष्टाचार भेंट बताया।

उन्होंने मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते बने रहते हैं। हमने मित्रता के नाते केजरीवाल से मुलाकात की। हालांकि, हमारा लोकतंत्र स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं है। चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं हैं।’’

ठाकरे के साथ पार्टी के सांसद संजय राउत, अरविंद सावंत, प्रियंका चतुर्वेदी, संजय दीना पाटिल और भाऊसाहेब वाकचौरे व अन्य नेता भी थे।

महाविकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने पिछले साल हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अनियमितताओं का आरोप लगाया है, जिसमें दावा किया गया है कि राज्य में कुल वयस्क आबादी से ज्यादा पंजीकृत मतदाता थे।

तीनों पार्टियों ने दावा किया है कि मई में हुए लोकसभा चुनाव और नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के बीच 39 लाख नए मतदाता जुड़े हैं।

आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि लोकतंत्र है, लेकिन शायद हमसे लोकतंत्र छीन लिया गया है। यह एक दिखावटी लोकतंत्र है।’’

ठाकरे ने कहा कि विपक्षी दलों को ‘‘मतदाता और ईवीएम धांधली’’ के मुद्दे पर एकजुट होना चाहिए।