फडणवीस ने बाबा आमटे के संगठन के लिए 10 करोड़ रुपये की विवेकाधीन सहायता की घोषणा की
मुंबई, नौ फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि चंद्रपुर में स्वर्गीय बाबा आमटे द्वारा स्थापित महारोगी सेवा समिति में प्रति मरीज वित्तीय अनुदान 2,200 रुपये से बढ़ाकर 6,000 रुपये किया जाएगा।
समिति के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फडणवीस ने 10 करोड़ रुपये की विवेकाधीन सहायता की घोषणा की तथा कहा कि शेष 65 करोड़ रुपये अन्य उपायों से जुटाए जा सकते हैं।
महारोगी सेवा समिति, वरोरा (एमएसएस) कलंकित और हाशिए पर पड़े लोगों को देखभाल प्रदान करती है, जैसे कि कुष्ठ रोग से पीड़ित, दृष्टिबाधित, अस्थि दिव्यांग, श्रवण और वाक् दिव्यांग, तथा सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े ग्रामीण और आदिवासी लोग।
फडणवीस ने कहा, “एमएसएस ने कभी अस्पृश्यता का सामना करने को मजबूर कुष्ठ रोगियों की सेवा के अपने काम के लिए प्रशंसा अर्जित की है। पुनर्वास कार्य समय के साथ विस्तारित हुआ है और आमटे परिवार की तीसरी पीढ़ी इसे आगे बढ़ा रही है।”
उन्होंने कहा कि विकास आमटे (बाबा आमटे के पुत्र) ने समिति के 75 वर्ष पूरे होने पर इसके लिए एक कोष की इच्छा व्यक्त की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं अपने विवेकानुसार 10 करोड़ रुपये दे सकता हूं। बाकी 65 करोड़ रुपये अन्य उपायों से जुटाए जा सकते हैं, जिसके लिए मैं मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक करूंगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रति मरीज दी जाने वाली सब्सिडी राशि में 2012 से संशोधन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि यह राशि 2,200 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये प्रति मरीज की जाएगी।