सनातन का सम्मान नहीं करने वाले इसका राजनीतिक लाभ न उठाएं: सतुआ बाबा
महाकुंभ नगर, तीन फरवरी (भाषा) बसंत पंचमी के अवसर पर सोमवार को त्रिवेणी संगम पर अमृत स्नान के लिए जुटे साधु-संतों ने नेताओं को सनातन धर्म का दुरुपयोग करने और राजनीतिक लाभ के लिए अफवाह फैलाने के खिलाफ आगाह किया तथा महाकुंभ की व्यवस्थाओं के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की।
उन्होंने 29 जनवरी की भगदड़ के बाद महाकुंभ की आलोचना करने वालों के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाया। मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी तथा 60 अन्य घायल हो गए थे।
पुलिस ने कहा कि संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ के कारण ऐसा हुआ, जबकि विपक्षी नेताओं सहित कुछ लोगों ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने के लिए किए गए प्रबंधों पर सवाल उठाए।
उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर संतोष दास सतुआ बाबा महाराज ने राजनीतिक नेताओं, खासतौर पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आपने कभी सनातन धर्म का पालन नहीं किया और न ही सम्मान किया। तो अब इसका फायदा मत उठाइए।’’
पिछली घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमने देखा है जब आपकी पार्टी सत्ता में थी, आपने सनातनियों को निशाना बनाया था। अपने फायदे के लिए अफवाहें मत फैलाइए। हम सनातनी हैं और हम आपके जैसे लोगों को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे।’’
जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने महाकुंभ में देखने को मिली आध्यात्मिक एकता पर जोर देते हुए कहा, ‘‘हम यहां भारत की एकता के साक्षी बन रहे हैं। विभिन्न विचारों और धर्मों के लोग गंगा के किनारे एक साथ हैं। दुनिया में डर और अशांति हो सकती है, लेकिन भारत में शांति और सुख है।”
विश्व को ज्ञान प्रदान करने में भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया युद्धों का सामना कर रही है, लेकिन भारत के पास ज्ञान है। हम अपने आध्यात्मिक मूल्यों, योग और आयुर्वेद के माध्यम से दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। दुनिया भारत की ओर समाधान के लिए देख रही है। मैं मुख्यमंत्री योगी जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उनके प्रशासन ने उच्चतम स्तर की व्यवस्थाएं की हैं।”
चिन्मयानंद बापू ने सोमवार को कार्यक्रम के निर्विघ्न संचालन की सराहना करते हुए कहा, “आज का दिन बहुत ही शुभ है, सभी अखाड़े और महामंडलेश्वर संगम के लिए रवाना हो रहे हैं। बसंत पंचमी का पर्व विशेष रूप से विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है, यदि वे संगम में पवित्र स्नान करते हैं तो उन्हें निश्चित ही सफलता मिलती है। मैं प्रशासन का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इतनी अच्छी व्यवस्था की है। आज का माहौल सामान्य है।”