दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के सात विधायकों ने इस्तीफा दिया

दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के सात विधायकों ने इस्तीफा दिया

नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) दिल्ली में पांच फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (आप) के कम से कम सात विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

सूत्रों ने बताया कि ये विधायक चुनाव के लिए टिकट न दिए जाने से नाराज थे और अन्य दलों के संपर्क में थे। कुछ विधायकों ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे साझा किए और भ्रष्टाचार तथा अन्य मुद्दों को लेकर ‘आप’ पर निशाना साधा।

कस्तूरबा नगर से मौजूदा विधायक मदन लाल ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्होंने और पार्टी के छह अन्य विधायकों ने ‘आप’ की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

मदन लाल ने कहा कि उन्होंने अपना त्यागपत्र दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को भी भेज दिया है।

इस्तीफा देने वाले आप विधायकों में भावना गौड़ (पालम), नरेश यादव (महरौली), रोहित मेहरौलिया (त्रिलोकपुरी) और पवन शर्मा (आदर्श नगर), बी एस जून (बिजवासन) और राजेश ऋषि (जनकपुरी) भी शामिल हैं।

लाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आप के सात विधायक इस बात से दुखी हैं कि पार्टी और उसके नेताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया, जबकि वे वर्षों से ईमानदारी से काम कर रहे हैं। हम जल्द ही अपनी भविष्य की रणनीति साझा करेंगे।’’

पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को संबोधित अपने त्यागपत्र में पालम से दो बार की विधायक गौड़ ने कहा, ‘‘मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं, क्योंकि मेरा आप (केजरीवाल) और पार्टी पर से भरोसा उठ गया है।’’

इस्तीफा देने वाले विधायकों की आलोचना करते हुए आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि पार्टी द्वारा कराए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि ये सभी अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जनता के लिए उपलब्ध नहीं थे और इसीलिए उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया गया।

गुप्ता ने कहा, ‘‘हमने सर्वेक्षण के प्रतिकूल परिणामों के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया। टिकट नहीं मिलने के बाद अब वे दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है। यह राजनीति का हिस्सा है।’’

आम आदमी पार्टी ने पांच फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए अपने 16 मौजूदा विधायकों की जगह नए चेहरे उतारे हैं।

यादव को पहले आप ने महरौली से टिकट दिया था, लेकिन दिसंबर में पंजाब की एक अदालत द्वारा कुरान की बेअदबी के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद महेंद्र चौधरी को टिकट दे दिया गया था। यादव 2015 से महरौली के विधायक हैं।

त्रिलोकपुरी आरक्षित सीट से आप विधायक मेहरौलिया ने भी अपना त्यागपत्र ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा, ‘‘ऐसे फर्जी और अवसरवादी लोगों से मेरा रिश्ता आज खत्म हो गया है, जिन्हें बाबा साहेब (आंबेडकर) की सिर्फ तस्वीर चाहिए, उनकी विचारधारा नहीं। मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी पदों से इस्तीफा देता हूं।’’

जनकपुरी के विधायक राजेश ऋषि भी केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी छोड़ने वालों में शामिल हैं।

ऋषि ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अन्ना हजारे आंदोलन से जन्मी और भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली सुनिश्चित करने के लिए अरविंद केजरीवाल द्वारा गठित ‘आप’ अब भ्रष्ट हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप मैं भारी मन से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं।’’

दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा और मतगणना आठ फरवरी को होगी।