नयी दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2025 : एक फरवरी से सजेगी किताबों की हाट
नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) नयी दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2025 का आयोजन एक फरवरी से भारत मंडपम में होगा। इस वर्ष पुस्तक मेले का विषय 75वें गणतंत्र दिवस पर केंद्रित होगा और आयोजन में 50 देशों की भागीदारी रहेगी। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को मेले का उद्घाटन करेंगी। इस दौरान 2,000 से अधिक प्रकाशक और 1,000 से ज्यादा वक्ता मेले में आएंगे। आयोजकों के अनुसार, इस साल रूस को मुख्य देश के रूप में चुना गया है।
एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने कहा कि यह मेला भारत की सांस्कृतिक विरासत और भविष्य की आकांक्षाओं को जोड़ने का मंच बनेगा। उन्होंने कहा, "यह पुस्तक मेला न केवल भारतीय लेखकों, विचारों और चर्चाओं को स्थान देगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी संवाद का अवसर प्रदान करेगा।"
रूसी लेखक अलेक्सी वारलामोव ने बताया कि रूसी प्रकाशक मेले में 1,500 से अधिक पुस्तकें प्रदर्शित करेंगे, जो रूस के इतिहास, संस्कृति और साहित्य को प्रस्तुत करेंगी।
'इंटरनेशनल इवेंट्स कॉर्नर' में पुस्तक विमोचन, सामूहिक चर्चा, वाचन सत्र, फिल्म प्रदर्शन और कार्यशालाएं आयोजित होंगी, जिसमें विभिन्न देशों के लेखक और वक्ता भाग लेंगे।
अभिनेता पंकज त्रिपाठी, लेखक शशि थरूर, कवि कुमार विश्वास, फिल्मकार प्रकाश झा, भोजन समीक्षक पुष्पेश पंत और केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जैसी हस्तियां भी मेले में भाग लेंगी।
इसके अलावा, 'ब्रह्मपुत्र साहित्य उत्सव', 'प्रभात प्रकाशन', 'भारत साहित्य महोत्सव', 'एपीजे कोलकाता लिटरेरी फेस्टिवल', 'पेंगुइन डायलॉग्स' और 'ग्रेट इंडियन बुक टूर' जैसे कई साहित्यिक आयोजन मेले के दौरान समानांतर रूप से आयोजित किए जाएंगे।
इस साल मेले में 'लेखक लाउंज' और 'चिल्ड्रन कॉर्नर' जैसी नयी पहल की गई हैं। चिल्ड्रन कॉर्नर में कहानी सुनाने, साहित्य, कला, नृत्य और शिल्प कार्यशालाएं होंगी, जिससे बच्चों को किताबों के प्रति रुचि विकसित करने का अवसर मिलेगा।
मेला नौ फरवरी तक चलेगा। आयोजकों ने बताया कि स्कूल के कपड़ो में आने वाले छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रवेश निःशुल्क रहेगा।