भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए पूरा जोर लगा रहा है: प्रधानमंत्री मोदी

भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए पूरा जोर लगा रहा है: प्रधानमंत्री मोदी

देहरादून, 28 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत, 2036 ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रहा है और देश में ओलंपिक होंगे तो यह न सिर्फ भारत में खेलों को नयी ऊंचाइयों पर ले जायेंगे बल्कि इनसे अनेक क्षेत्रों को गति मिलेगी।

उत्तराखंड की मेजबानी में पहली बार आयोजित हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे हमारे खिलाड़ी बड़े लक्ष्य लेकर चलते हैं, वैसे ही हमारा देश भी बड़े संकल्प ले कर आगे बढ़ रहा है।’’

उन्होंने कहा ,‘‘आप सभी जानते हैं कि भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिये पूरा जोर लगा रहा है । जब भारत में ओलंपिक होंगे तो वह भारत के खेलों को एक नये आसमान पर ले जायेंगे ।’’

प्रधानमंत्री ने कहा ,‘‘ ओलंपिक सिर्फ एक खेल का आयोजन नहीं होता । दुनिया के जिन देशों में भी ओलंपिक होता है, वहां अनेक क्षेत्रों में विकास को गति मिलती है । खेलों का बुनियादी ढांचा खड़ा होने से रोजगार का सृजन होता है । नये बुनियादी ढांचे के तैयार होने से निर्माण, परिवहन और पर्यटन क्षेत्र का विकास होता है ।

उन्होंने कहा, ‘‘इससे निर्माण से जुड़े उद्योग को बल मिलता है, परिवहन से जुड़ा क्षेत्र आगे बढ़ता है और सबसे बड़ा फायदा तो देश के पर्यटन को मिलता है। अनेक होटल बनते हैं। दुनिया के लोग ओलंपिक में हिस्सा लेने और उन्हें देखने आते हैं। इसका पूरे देश को फायदा होता है।’’

इस संबंध में उन्होंने उत्तराखंड में हो रहे राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां देश के अलग—अलग हिस्सों से आने वाले दर्शक प्रदेश में अन्य जगहों पर भी जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सोना तपकर खरा होता है इसलिए खिलाड़ियों के लिए ज्यादा टूर्नामेंट आयोजित किए जा रहे हें ताकि वे अपने सामर्थ्य को और निखार सकें।

उन्होंने कहा कि भाजपा के सैकड़ों सांसद अपने क्षेत्रों में खेल प्रतियोगिता करा रहे हैं और केवल काशी में ही हर साल करीब ढाई लाख युवाओं को खेलने का मौका मिल रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘यानी देश में खेलों का एक गुलदस्ता तैयार हो रहा है जिसमें हर मौसम में फूल खिल रहे हैं।’’

उन्होंने कहा,‘‘ हम खेलों को सर्वांगीण विकास का प्रमुख माध्यम मानते हैं । जब कोई देश खेल में आगे बढ़ता है तो उसकी साख और प्रोफाइल बढ़ती है और इसलिये आज खेलों को भारत के विकास से और युवाओं के आत्मविश्वास से जोड़ा जा रहा है ।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज भारत दुनिया की तीसरी बड़ी ताकत बनने की ओर अग्रसर है और हमारा प्रयास है कि इसमें खेल अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा हो। किसी भी खेल में खिलाड़ी के पीछे पूरा इको सिस्टम होता है और हम इसे देश के कोने कोने में फैलाना चाहते हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत दुनिया में खेल के सामान का एक बड़ा निर्माता बन रहा है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के मेरठ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां खेल का सामान बनाने वाली 35 हजार से ज्यादा छोटी-बड़ी इकाइयां हैं जिनमें तीन लाख से अधिक लोग काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यही माहौल देश के कोने—कोने में बने, यह प्रयास किया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा कि दस साल में खेल का बजट तीन गुना से ज्यादा हो चुका है और देश के ढेरों खिलाड़ियों पर सैकड़ों करोड़ों रुपये का निवेश किया जा रहा है ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हर अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन में भारत के खिलाड़ी अपना परचम लहरा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हॉकी में पुराने गौरवशाली क्षण वापस लौट रहे हैं जबकि खो-खो टीम ने विश्व कप जीता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि शतरंज में गुकेश डी ने विश्व चैंपियनशिप जीतकर देश का नाम ऊंचा किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश में खेल अब केवल पाठ्यक्रम से इतर गतिविधियां नहीं रह गया है और हमारे युवा खेलों को अपना करियर मान रहे हैं ।’’

मोदी ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के ‘पर्यावरण अनुकूल’ आयोजन के लिए सराहना की और कहा कि यहां मिलने वाले पदक और ट्रॉफियां ‘ई-वेस्ट’ से बनी हैं।

उन्होंने कहा कि पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के नाम पर यहां एक पौधा भी लगाया जाएगा जो एक बहुत अच्छी पहल है।

प्रधानमंत्री मोदी ने देश में बढ़ रही मोटापे की समस्या और इससे जुड़ी मधुमेह और दिल की बीमारियों पर चिंता व्यक्त करते हुए देशवासियों से व्यायाम करने और अच्छा आहार लेने का आह्वान भी किया।

मोदी ने राष्ट्रीय खेलों के शानदार आयोजन के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह वर्ष उत्तराखंड के निर्माण का 25वां वर्ष है और यहां ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की बहुत सुंदर तस्वीर दिख रही है।

उन्होंने खेलों में भाग लेने आए खिलाड़ियों को भी बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं।

यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने खेलों की शुरुआत की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने स्टेडियम में मौजूद दर्शकों से उनके मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट जलवाईं।

इससे पहले, विख्यात शटलर लक्ष्य सेन ने उत्तराखंड के 13 जिलों में 4000 किलोमीटर की दूरी तय करके पहुंची राष्ट्रीय खेलों की मशाल ‘तेजस्विनी’ प्रधानमंत्री को सौंपी ।

प्रधानमंत्री ने एक खुली कार में स्टेडियम का चक्कर लगाया और मौजूद दर्शकों तथा खिलाड़ियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इस दौरान उनके साथ धामी भी मौजूद थे।

चौदह फरवरी तक चलने वाले राष्ट्रीय खेलों में देशभर से करीब दस हजार खिलाड़ी 35 खेलों में भाग लेंगे ।

उद्घाटन समारोह के दौरान भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा भी मौजूद थे ।

समारोह में रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए गए जिनकी शुरुआत भगवान शिव के तांडव नृत्य से हुई। इस दौरान विभिन्न राज्यों से आए एथलीट ने मैदान में परेड भी की जिनका प्रधानमंत्री ने खड़े होकर अभिवादन किया ।

राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर मौली ने भी परेड में भाग लिया।