गुजरात की झांकी में वडनगर के कीर्ति तोरण एवं रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में प्रगति को दर्शाया गया
नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) गुजरात की झांकी में इतिहास और आधुनिकता का अनूठा संगम पेश करते हुए वडनगर के 12वीं सदी के कीर्ति तोरण तथा वडोदरा स्थित सी-295 परिवहन विमान विनिर्माण इकाई को प्रदर्शित किया गया जो राष्ट्र की सामूहिक प्रगति का प्रतीक है।
देश के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान रविवार को कर्तव्य पथ पर प्रदेश की झांकी में 12वीं शताब्दी के सोलंकी युग के कीर्ति तोरण को प्रदर्शित किया गया, जो यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन) का विश्व धरोहर स्थल है।
सजावटी प्रवेश द्वार के चारों ओर मिट्टी से निर्मित कच्छ की जटिल कलाकृति और जीवंत पिथोरा चित्रकला को प्रदर्शित किया गया। झांकी में सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा को दिखाया गया है, जिसे पूरे भारत के किसानों द्वारा दान किए गए लोहे से बनाया गया।
झांकी में पर्यटन के क्षेत्र में गुजरात की प्रगति को दर्शाया गया और द्वारका एवं शिवराजपुर बीच पर ‘अंडरवॉटर’ खेलों की झलकियां भी दिखाई गईं।
झांकी में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में रक्षा, प्रौद्योगिकी और ऑटोमोबाइल विनिर्माण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में गुजरात की प्रगति को दर्शाया गया है। वडोदरा स्थित सी-295 विमान इकाई और अहमदाबाद स्थित अटल सेतु को भी झांकी में शामिल किया गया।