महाकुंभ नगर में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में प्रयागराज के लिए दो नए सेतु को मंजूरी
महाकुंभ नगर (उप्र), 22 जनवरी (भाषा) महाकुंभ नगर के अरैल में त्रिवेणी संकुल में बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी पर दो नए सेतु समेत कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गई।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘प्रयागराज में सलोरी और हेतापट्टी के बीच गंगा नदी पर नया सेतु बनाने और यमुना नदी पर बने ‘सिग्नेचर पुल’ के समानांतर एक नया सेतु बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।’’
उन्होंने कहा कि प्रयागराज की अपनी आंतरिक यातायात की चुनौतियां हैं। गंगा नदी पर नया छह लेन का सेतु बन रहा है जो समय रहते पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि अगले कुंभ में ढांचागत विकास का लाभ आने वाले श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा।’’
उन्होंने बताया कि नए निवेश के कुछ प्रस्ताव यहां आए हैं जिनके लिए इच्छा पत्र (लेटर ऑफ इंटेंट) यहां जारी किए जा रहे हैं। इनमें मिर्जापुर में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश, एक मुरादाबाद और दो अन्य जिलों में निवेश का प्रस्ताव शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि रहे बलरामपुर में उन्हीं के नाम पर केजीएमयू के सैटेलाइट सेंटर को मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित करने का निर्णय किया गया है।’’
उन्होंने बताया कि बागपत, हाथरस और कासगंज में पीपीपी (सार्वजनिक–निजी साझेदारी) मोड पर नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। साथ ही टाटा टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर प्रदेश के 62 आईटीआई (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) के लिए पांच ‘सेंटर ऑफ इन्नोवेशन, इनवेंशन व इनक्यूबेशन ट्रेनिंग सेंटर’ की स्थापना के बारे में भी प्रस्ताव को सहमति प्रदान की गई।
उन्होंने बताया कि बैठक में प्रयागराज, वाराणसी और आगरा के नगर निगमों के बांड जारी करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। उन्होंने बताया, ‘‘अब तक हमने लखनऊ और गाजियाबाद नगर निगम के बांड जारी किए थे जिसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आए हैं। प्रयागराज नगर निगम एक सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल के लिए बांड जारी करने जा रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयागराज के महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज और चित्रकूट को मिलाकर एक विकास क्षेत्र हम विकसित करेंगे। इसके लिए गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार करेंगे जो प्रयागराज से मिर्जापुर और वहां से भदोही होते हुए काशी, चंदौली और गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, वाराणसी और चंदौली से होते हुए यही एक्सप्रेसवे सोनभद्र को जोड़ते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ जुड़ेगा। ढांचागत विकास की दृष्टि से जिस तरह से हम प्रयागराज चित्रकूट विकास क्षेत्र को विकसित करने जा रहे हैं, वैसे ही वाराणसी-विंध्य विकास क्षेत्र को नीति आयोग के साथ मिलकर आगे बढ़ाया जा रहा है।’’
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘ये विकास क्षेत्र ना केवल पर्यटन की दृष्टि से, बल्कि आर्थिक उन्नयन और रोजगार सृजन की दृष्टि से बड़ी भूमिका का निर्वहन करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि चित्रकूट से प्रयागराज को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के प्रस्ताव पर भी सहमति दी गई।