मोटवानी की ‘‘ब्लैक वारंट’’ मनोरंजक अंदाज में दिखाएगी जेल के भीतर की कहानी
नयी दिल्ली, आठ जनवरी (भाषा) फिल्मकार विक्रमादित्य मोटवानी की नयी सीरीज ‘‘ब्लैक वारंट’’ एक जेलर की नजर से तिहाड़ जेल परिसर के अंदर की दुनिया को दिखाती है। इसकी कहानी जेल की पृष्ठभूमि पर है लेकिन स्याह पहलू के विपरीत इसे बेहद मनोरंजक अंदाज में दिखाया गया है।
तिहाड़ जेल के पूर्व अधीक्षक सुनील गुप्ता और पत्रकार सुनीता चौधरी की किताब ‘‘ब्लैक वारंट: कन्फेशंस ऑफ ए तिहाड़ जेलर’’ पर आधारित सीरीज का 10 दिसंबर को नेटफ्लिक्स पर प्रीमियर होगा।
बहुप्रशंसित ‘‘सेक्रेड गेम्स’’ के बाद नयी सीरीज लेकर आ रहे मोटवानी ने कहा कि 1980 के दशक की कहानी में स्वाभाविक रूप से बहुत कुछ ‘‘मसाला’’ है।
मोटवानी ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि कुल मिलाकर दृष्टिकोण यह था कि इसमें कुछ बहुत ही मसाला है। मैं जेल की कहानी को अंधकारमय पहलू के बजाय मनोरंजक अंदाज में पेश करना चाहता था। मैं इसे मसाला, मनोरंजक तथा कुछ जगहों पर मजेदार बनाना चाहता था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप सिर्फ गुप्ता के जीवन को देखते हैं। आपको नहीं पता होता कि वह नौकरी में टिकेगा या नहीं। क्या अगले दिन चला जाएगा या नौकरी छोड़ देगा। यह बात आपको शो के प्रति पूरी तरह से आकर्षित करती है।’’
समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्मों ‘‘उड़ान’’, ‘‘लुटेरा’’, ‘‘ट्रैप्ड’’, ‘‘सीटीआरएल’’ और वेब सीरीज ‘‘जुबली’’ के लिए चर्चित मोटवानी ने कहा कि जब उन्होंने कुख्यात हत्यारे चार्ल्स शोभराज के साथ गुप्ता की पहली मुलाकात के बारे में पढ़ा तो वह तुरंत इस किताब के प्रति आकर्षित हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘जब यह किताब पहली बार मेरे पास आई, तो मुझे बहुत पसंद आई। किताब में, जब पहली बार असली सुनील असली चार्ल्स शोभराज से मिलता है, तो आप कहते हैं, ‘वाह, यह कितना शानदार दृश्य है, एक शानदार क्षण है, और इतिहास का एक छोटा सा हिस्सा है जिसके बारे में वास्तव में कोई नहीं जानता।’ और इस पहलू ने मुझे आकर्षित कर लिया।’’
मोटवानी ने कहा, ‘‘जितना अधिक आप पढ़ते हैं, उतना ही आप इसे पसंद करने लगते हैं। विषय मजबूत है। सुनील गुप्ता का जीवन, जिस तरह से उन्होंने और सुनेत्रा ने इसे कलमबद्ध किया वह बहुत शानदार है। चुनौती इस पुस्तक का विस्तार करना थी क्योंकि यह 200 पृष्ठों में 35 वर्षों को समेटे हुए है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें उम्मीद है कि यह सीरीज लोगों को उस दौर में घटित हुई घटनाओं के बारे में और अधिक पढ़ने के लिए प्रेरित करेगी, मोटवानी ने कहा कि उन्हें खुशी होगी यदि लोग उस दौर में घटित हुई घटनाओं के बारे में और अधिक गहराई से पढ़ें।
मोटवानी ने कहा, ‘‘इतिहास में मेरी दिलचस्पी रही है। मुझे हर चीज में दिलचस्पी है। लेकिन आधुनिक भारतीय इतिहास एक ऐसी चीज है जिसे मैं सोचता हूं कि आम तौर पर बहुत नजरअंदाज किया जाता है। हम अपने हालिया इतिहास को बहुत आसानी से भूल जाते हैं। यह मुझे चीजों को गहराई से समझने का मौका देता है क्योंकि यह बहुत सी चीजों को समझाता है।’’
शशि कपूर के पोते जहान कपूर ने ‘‘ब्लैक वारंट’’ के लिए ऑडिशन दिया और गुप्ता की भूमिका के लिए एकदम सही लगे। जहान ने 2022 में हंसल मेहता की फिल्मी ‘‘फराज’’ से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की। अभिनेता सिद्धांत गुप्ता ने सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की भूमिका निभाई है।