बैंकों, आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार गिरा, सेंसेक्स 720 अंक लुढ़का
मुंबई, तीन जनवरी (भाषा) कमजोर वैश्विक संकेतों और रुपये में गिरावट जारी रहने के बीच शुक्रवार को बैंकों एवं आईटी शेयरों में बिकवाली होने से शेयर बाजारों में गिरावट रही। सेंसेक्स में 720 अंक की गिरावट आई जबकि निफ्टी 184 अंक फिसल गया।
विश्लेषकों ने कहा कि निवेशकों ने अगले हफ्ते तिमाही नतीजे आने का सिलसिला शुरू होने के पहले अपने जोखिम को कम किया। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार आ रही कमजोरी ने भी धारणा को प्रभावित किया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स सकारात्मक शुरुआत के बावजूद 720.60 अंक यानी 0.90 प्रतिशत गिरकर 79,223.11 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 833.98 अंक गिरकर 79,109.73 पर आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 183.90 अंक यानी 0.76 प्रतिशत गिरकर 24,004.75 पर बंद हुआ।
इसके साथ ही कारोबारी सप्ताह का समापन गिरावट के साथ हुआ। उतार-चढ़ाव से भरे इस सप्ताह में सेंसेक्स में कुल 524.04 अंक यानी 0.66 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई जबकि निफ्टी 191.35 अंक यानी 0.80 प्रतिशत चढ़ा।
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से जोमैटो, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, लार्सन एंड टूब्रो, एचसीएल टेक और आईटीसी में गिरावट रही।
दूसरी तरफ, टाटा मोटर्स, नेस्ले, टाइटन, हिंदुस्तान यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "डॉलर में मजबूती, बाजार के उच्च मूल्यांकन और एक साथ कई संपत्ति श्रेणियों में निवेश के प्रति बढ़ते रुझान से बाजार में ऊंचे स्तर पर बिकवाली का रुख देखा जा रहा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व भी निकट भविष्य में ब्याज दर में कटौती को लेकर जल्दबाजी दिखाता हुआ नहीं नजर आ रहा है।"
नायर ने कहा कि आने वाले समय में भारतीय बाजार तीसरी तिमाही के नतीजों पर ध्यान केंद्रित करेगा। उम्मीद है कि दूसरी तिमाही की तुलना में आंकड़े बेहतर होंगे।
मझोली कंपनियों के बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.33 प्रतिशत गिरावट आई जबकि छोटी कंपनियों के बीएसई स्मालकैप सूचकांक में 0.02 प्रतिशत की सुस्ती रही।
क्षेत्रवार सूचकांकों में आईटी खंड में 1.31 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि प्रौद्योगिकी खंड में 1.13 प्रतिशत एवं बैंक खंड में 1.07 प्रतिशत की नरमी आई।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख (धन प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, "निकट अवधि में हम उम्मीद करते हैं कि कंपनियों के तिमाही आंकड़े आने के पहले उनकी कारोबारी घोषणाओं पर बाजार में गतिविधियां देखने को मिलेंगी।"
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट के साथ बंद हुआ। जापानी बाजार नए साल की छुट्टी के कारण बंद रहे।
यूरोप के अधिकांश बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिकी शेयर नुकसान के साथ बंद हुए थे।
हालांकि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कई दिनों तक शुद्ध विक्रेता बने रहने के बाद बृहस्पतिवार को भारतीय बाजार में खरीदारी की। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने 1,506.75 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का सिलसिला जारी रहा और यह शुक्रवार को तीन पैसा गिरकर 85.78 (अस्थायी) के अबतक के सबसे निचले स्तर पर आ गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.43 प्रतिशत गिरकर 75.60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 1,436.30 अंक उछलकर 79,943.71 और निफ्टी 445.75 अंक बढ़कर 24,188.65 पर बंद हुआ था।