सूरत : वीएनएसजीयू हॉस्टल में शराब पार्टी पर छापा, चार में से एक छात्र गिरफ्तार
कैंपस में सुरक्षा दावों की पोल खुली, तीन छात्र भागे; एक निलंबित छात्र भी शामिल
सूरत : वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी (वीएनएसजीयू) का छात्रावास एक बार फिर विवादों में घिर गया है। थर्टी फर्स्ट नाइट के मौके पर हॉस्टल के अंदर शराब पार्टी आयोजित करने की सूचना पर वेसू पुलिस ने छापा मारा। इस दौरान चार छात्रों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीन अन्य छात्र भागने में कामयाब रहे। इनमें एक छात्र पहले से निलंबित था और उसने पहली मंजिल की बालकनी से कूदकर फरार होने का साहसिक कदम उठाया।
वीएनएसजीयू प्रशासन को जानकारी मिली कि स्वामी विवेकानंद कुमार छात्रावास के एक कमरे में छात्रों द्वारा शराब पार्टी की जा रही है। सूचना मिलते ही कुलपति किशोर सिंह चावड़ा और रजिस्ट्रार रमेशदान गढ़वी मौके पर पहुंचे।
छापे के दौरान, चार छात्रों में से तीन फरार हो गए। एक छात्र, अभिजीत, को मौके पर पकड़ लिया गया। भागने वालों में एक निलंबित छात्र भी शामिल था, जिसने बालकनी से कूदकर फरार होने की कोशिश की।
यह घटना यूनिवर्सिटी के सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। इससे पहले भी कुलपति ने वेसू पुलिस को पत्र लिखकर छात्रावास में शराब और नशीली दवाओं के उपयोग की जानकारी दी थी। इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं जारी हैं।
हॉस्टल वार्डन डॉ. भरत ठाकर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा "जब हमें सूचना मिली, तो सुरक्षा गार्ड मेहुल मोदी के साथ कमरे में पहुंचे। अंदर चार छात्र शराब पी रहे थे। तीन भागने में सफल रहे, जिनमें से एक का नाम मनोज तिवारी है।"
पकड़े गए छात्र अभिजीत ने स्वीकार किया कि वह अन्य छात्रों के साथ पार्टी में शामिल था। निलंबित छात्र, जो पहले भी विवादों में रहा है, हॉस्टल में रह रहा था और मौके से भाग गया।
गणेश उत्सव विवाद: इस छात्र को पहले भी गणेश उत्सव के दौरान अनुशासनहीनता के कारण निलंबित किया गया था। वेसू पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और भागे हुए तीन छात्रों की तलाश जारी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना विश्वविद्यालय परिसर में अनुशासनहीनता और सुरक्षा में चूक की ओर इशारा करती है। जहां छात्रों को शिक्षण और अनुसंधान में संलग्न होना चाहिए, वहीं ऐसी घटनाएं कैंपस की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस अब इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।