प्रयागराज महाकुंभ: पानी में निगरानी करने वाले ड्रोन तैनात किए जाएंगे, कई भाषाओं वाले संकेतक होंगे
नयी दिल्ली, 29 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आगामी महाकुंभ के दौरान संगम क्षेत्र में पहली बार चौबीस घंटे निगरानी के लिए पानी में गोता लगाकर 100 मीटर गहराई तक निगरानी करने में सक्षम ‘अंडरवाटर ड्रोन’ तैनात किए जाएंगे। संस्कृति मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी।
इसके अलावा, तीर्थयात्रियों और अन्य आगंतुकों की सुविधा के मद्देनजर 92 सड़कों का नवीनीकरण और 30 पंटून पुलों का निर्माण तथा भारत की संस्कृति और विविधता को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न भाषाओं के 800 संकेतक (साइन बोर्ड) लगाने का कार्य किया जा रहा है।
मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां कर रही है कि ‘‘प्रयागराज में महाकुंभ 2025 एक भव्य, सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध आयोजन हो।’’
13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले 45 दिवसीय इस महोत्सव में विश्व भर से 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
संस्कृति मंत्रालय ने महाकुंभ से जुड़ी तैयारियों और इस विशाल समागम के लिए नागरिक सुविधाओं एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘संगम क्षेत्र में पहली बार चौबीस घंटे निगरानी के लिए 100 मीटर गहराई तक गोता लगाने में सक्षम‘अंडरवाटर ड्रोन’ तैनात किए जाएंगे।’’
मंत्रालय ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) वाले 2,700 कैमरों की तैनाती से ‘‘वास्तविक समय में निगरानी’’ होगी और कड़ी सुरक्षा के तहत प्रवेश बिंदुओं पर चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
इसने कहा, ‘‘56 साइबर विशेषज्ञों की एक टीम ऑनलाइन खतरों की निगरानी करेगी। सभी पुलिस थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित किए जा रहे हैं।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों के लिए बहुभाषीय संकेतक के साथ ही भारत की विविधता को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन व्यापक प्रयासों के माध्यम से, महाकुंभ 2025 का लक्ष्य केवल एक धार्मिक समागम नहीं, बल्कि आध्यात्मिकता, संस्कृति, सुरक्षा और आधुनिकता का वैश्विक उत्सव बनना है।’’