अश्विन की पत्नी ने उनके संन्यास के बाद भावुक पोस्ट साझा की
चेन्नई, 21 दिसंबर (भाषा) रविचंद्रन अश्विन की पत्नी पृथि नारायणन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने के उनके फैसले के बाद भावुक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि आप अपने होने का बोझ उतारकर खेल से इतर जीवन को अपनायें ।
अश्विन ने ब्रिसबेन में आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के बाद संन्यास का ऐलान करके क्रिकेट जगत को चौंका दिया । इस अनुभवी आफ स्पिनर ने एडीलेड टेस्ट में एक विकेट लिया था जिसमें भारत को दस विकेट से पराजय झेलनी पड़ी ।
अपनी पोस्ट को ‘एक प्रशंसक का प्रेमपत्र’ करार देते हुए पृथि ने इंस्टाग्राम पर लिखा ,‘‘ प्रिय अश्विन, किट बैग को एक साथ रखना न जानने से लेकर दुनिया भर के स्टेडियमों में आपका अनुसरण करना, आपका उत्साहवर्धन करना, आपको देखना और आपसे सीखना, यह सब मेरे लिए एक परम आनंद रहा है। आपने मुझे जिस दुनिया से परिचित कराया, उसने मुझे एक ऐसे खेल को देखने और उसका आनंद लेने का सौभाग्य दिया, जिसे मैं करीब से प्यार करती हूं ।’’
उन्होंने आगे लिखा ,‘‘इसने मुझे यह भी दिखाया कि एक मुकाम तक पहुंचने के लिये कितना जुनून, कड़ी मेहनत और अनुशासन की आवश्यकता होती है। और कभी-कभी यह भी पर्याप्त नहीं होता है। मुझे याद है कि हम इस बारे में बात कर रहे थे कि आपको, आर अश्विन को, व्यवस्था में प्रासंगिक बने रहने के लिए यह सब और बहुत कुछ क्यों करना पड़ा।’’
वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में पदार्पण करने वाले अश्विन में हमेशा उत्कृष्टता हासिल करने की ललक रही है । उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 537 विकेट लिये ।
पृथि ने लिखा ,‘‘ पुरस्कार, बेहतरीन आंकड़े, प्लेयर आफ द मैच पुरस्कार , सम्मान मायने नहीं रखता अगर आप लगातार अपने हुनर में निखार की कोशिश में नहीं लगे रहते और इतनी मेहनत नहीं करते । कई बार सब कुछ भी काफी नहीं होता ।’’
उन्होंने लिखा ,‘‘ आप जब अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर से विदा ले रहे हैं तो मैं आपको इतना ही बताना चाहती हूं कि सब अच्छा है । आगे भी अच्छा ही होगा । अब आपको अपने होने का बोझ उतार देना होगा । अपने हिसाब से जिंदगी जियो, ज्यादा कैलोरी लेने की जगह बनाओ और परिवार के साथ समय बिताओ । दिन भर कुछ नहीं करो, मीम साझा करो, नयी गेंद तलाश करो, बच्चों के साथ समय बिताओ । यह सब करो ।’’
पृथि ने कहा ,‘‘ जब मैने अश्विन की प्रेस कांफ्रेंस देखी तो मुझे छोटे बड़े सभी पल याद आ गए । पिछले 13 . 14 साल की यादें । बड़ी जीत, प्लेयर आफ द सीरिज पुरस्कार, करीबी मैच के बाद हमारे कमरे में सन्नाटा, मैच के बाद शाम को शावर चलने की आवाज सामान्य से अधिक समय तक सुनाई देना, अपने विचारों को पेंसिल से कागज पर लिखने के बाद पेंसिल की खरोंच, रणनीति बनाते समय लगातार वीडियो फुटेज देखना, हर मैच से पहले ध्यानपूर्ण श्वास की शांति , खाली वक्त में कुछ गीत बार बार सुनना ..।’’
उन्होंने लिखा ,‘‘ जब हम खुशी के मारे रोये ..चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल के बाद, एमसीजी पर जीत के बाद, सिडनी में ड्रॉ के बाद, गाबा पर जीत के बाद, टी20 में वापसी के बाद । जब हम चुपचाप साथ बैठे और वह समय जब हमारे दिल टूटे थे ।’’