एनटीपीसी बिहार में परमाणु ऊर्जा संयंत्र लगाने पर कर रही विचार
पटना, 19 दिसंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंपनी बिहार में एक परमाणु परियोजना स्थापित करने की योजना बना रही है जिससे कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता में हरित ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ेगी।
देश की प्रमुख बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी ने अपनी परमाणु योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से एक उपयुक्त स्थान पर जमीन देने का आग्रह किया है।
सिंह ने यहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024’ के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ऊर्जा क्षेत्र के भविष्य को देखते हुए परमाणु ऊर्जा 20-30 साल बाद संभवत: बिजली क्षेत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा। इसको देखते हुए एनटीपीसी अब परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में प्रवेश कर रही है।’’
उन्होंने इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी। उन्होंने केवल इतना कहा कि एनटीपीसी बिहार में परमाणु परियोजना स्थापित करने की योजना को आगे बढ़ाने से पहले एक अध्ययन करेगी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 11 सितंबर को भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लि. (एनपीसीआईएल) और एनटीपीसी की संयुक्त उद्यम कंपनी अणुशक्ति विद्युत निगम लि. को परमाणु ऊर्जा अधिनियम के प्रावधानों के तहत देश में परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने, उसके स्वामित्व और संचालन के लिए अपनी मंजूरी दी थी। इस संयुक्त उद्यम में एनपीसीआईएल की 51 प्रतिशत और एनटीपीसी की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
सिंह ने कहा कि एनटीपीसी राज्य में सौर संयंत्रों, पंप स्टोरेज और बैटरी ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं के क्षेत्र में भी काम करने को इच्छुक है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि वर्ष 2032 तक अपनी 60,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का बड़ा हिस्सा बिहार में होगा।"
उन्होंने कहा कि बिहार में एनटीपीसी की स्थापित क्षमता 8,850 मेगावाट है और लगभग 80,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।
सिंह ने कहा कि एनटीपीसी बिहार में लगभग 3000-4000 मेगावाट घंटे (एमडब्ल्यूएच) की बैटरी भंडारण समाधान स्थापित करने की संभावना तलाशेगी। उन्होंने यह भी कहा कि नबीनगर पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड (एनपीजीसीएल) ने बिहार में 2,400 मेगावाट की बिजली परियोजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
वर्तमान में एनटीपीसी की स्थापित क्षमता 76,531 मेगावाट है, जिसमें तापीय और नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता शामिल है।