फर्जी पासपोर्ट के जरिये दंपती को कनाडा भेजने के प्रयास में एक व्यक्ति गिरफ्तार: दिल्ली पुलिस
नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (भाषा) फर्जी पासपोर्ट और वीजा गिरोह में कथित संलिप्तता के आरोप में यहां 29 वर्षीय एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जिसने एक युवा दंपती को वरिष्ठ नागरिकों का रूप देकर कनाडा भेजने की कोशिश की। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार युवक की पहचान भूपेंदर सिंह उर्फ विक्की नागरा के रूप में हुई है और उसके चार सहयोगियों को जून में गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस उपायुक्त (आईजीआई एयरपोर्ट) उषा रंगनानी ने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी पासपोर्ट और वीजा घोटाले में चल रही जांच का नतीजा है। गिरोह के सदस्य यात्रियों की पहचान बदलकर उन्हें अवैध रूप से विदेश भेजने में भी शामिल थे।
गुरुसेवक सिंह को जून में यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर उस समय पकड़ा गया था जब वह कनाडा जाने के लिए विमान में सवार होने का प्रयास कर रहा था। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सिंह 67 वर्षीय व्यक्ति रशविंदर सिंह के नाम से जारी पासपोर्ट के साथ यात्रा करने वाला था।
अधिकारी ने बताया कि सिंह की शक्ल-सूरत, फोटो और पासपोर्ट के अन्य ब्योरे, खासकर उसकी उम्र और शारीरिक विशेषताओं से संबंधित जानकारी में विसंगतियां पाए जाने के बाद उसे पकड़ लिया गया।
पूछताछ के दौरान सिंह ने बताया कि वह 24 साल का है और लखनऊ का रहने वाला है। जांच में आगे पता चला कि सिंह ने पत्नी अर्चना कौर के साथ कनाडा के रास्ते अमेरिका की यात्रा के लिए फर्जी पासपोर्ट और यात्रा दस्तावेजों की व्यवस्था करने के लिए एक एजेंट जगजीत सिंह उर्फ जग्गी को 30 लाख रुपये का भुगतान किया था।
फर्जी पासपोर्ट हासिल करने के अलावा सिंह और उसकी पत्नी ने कनाडा की यात्रा के लिए विमान के टिकट भी खरीदे थे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘गिरोह में जग्गी और उसके सहयोगियों सहित कई लोग शामिल हैं, जिन्होंने धोखाधड़ी के काम में मदद की।’’
जग्गी को तीन अन्य एजेंट के साथ पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अर्चना को विमान पर सवार होने का प्रयास करते समय पकड़ा गया था।