सूरत : रैपियर जैक्वार्ड वीवर्स एसोसिएशन ने बुनकरों को जारी किए लाखों के फंसे हुए भुगतान
बुनकरों और व्यापारियों के बीच भुगतान विवादों को सुलझाने में मध्यस्थता करते हुए एसोसिएशन ने 20 मामलों में समाधान कराया
सूरत। सूरत में रैपियर जैक्वार्ड वीवर्स एसोसिएशन द्वारा बुनकरों को उनके फंसे हुए भुगतानों के निपटारे के प्रयास जारी हैं। एसोसिएशन ने व्यापारी और बुनकरों के बीच मध्यस्थता कर कई मामलों का समाधान किया है। हाल ही में जारी विवरण के अनुसार, बुनकरों को लाखों रुपये के भुगतान प्रदान किए गए हैं।
सी.के. मणिया ने जानकारी देते हुए कहा कि लाखों रुपयों का भुगतान किया गया। भुगतान समाधान के प्रमुख आंकड़े इस प्रकार है। हरि कृष्ण टेक्सटाइल 18 लाख जारी किए गए। कृष्णा फैब्रिक, कोलकाता 17 लाख प्रदान किए गए।केशव फैब पार्टी से चेक प्राप्त कर सुलह हो गई। ऋषि क्रिएशन्स 25 लाख का भुगतान हुआ। देवभूमि 40 लाख का भुगतान जारी। अश्विनी क्रिएशन 6.5 लाख प्रदान किए गए। रामदूत फैशन 35 लाख जारी किए गए।
यदि किसी बुनकर का 25 लाख से अधिक का भुगतान रुका हुआ है, तो एसोसिएशन द्वारा मध्यस्थता के प्रयास और अदालती समाधान किया जा रहा है। ऐसे मामले को फास्ट ट्रैक प्रक्रिया में डालने का विकल्प दिया है। इसके तहत, ईको सेल (कमिश्नर कार्यालय) में केस दायर कर तेज़ी से समाधान निकाला जा रहा है।
सी.के. मणिया ने जानकारी देते हुए कहा कि भुगतान समाधान समिति की बैठक हर महीने दूसरे और चौथे शनिवार को आयोजित की जाती है। इस दौरान व्यापारियों और बुनकरों के बीच संवाद कर मध्यस्थता से विवाद हल किए जाते हैं।
रैपियर जैक्वार्ड वीवर्स एसोसिएशन ने बुनकरों का बकाया भुगतान निकालने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। यह समिति व्यापारियों और बुनकरों के बीच समन्वय स्थापित कर, पारदर्शिता और विश्वास को बनाए रखने का कार्य कर रही है।
एसोसिएशन की कानूनी प्रक्रिया में वकील ऋचा वानियावाला ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कानूनी विवादों को सुलझाने और प्रक्रिया को तेज़ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
भुगतान समाधान के लिए 20 से अधिक मामलों पर कार्य प्रगति पर है। एसोसिएशन ने बुनकरों से अपील की है कि यदि किसी का भुगतान अटका हुआ है, तो वे एसोसिएशन कार्यालय से फॉर्म प्राप्त कर आवेदन करें और आगामी बैठक में भाग लें।
एसोसिएशन द्वारा किए गए प्रयास सूरत के बुनकरों के लिए राहत लेकर आए हैं। यह पहल न केवल बुनकरों की वित्तीय स्थिति सुधारने में सहायक साबित हो रही है, बल्कि व्यापारिक रिश्तों में स्थिरता लाने में भी योगदान दे रही है।