भारत का खाद्य तेलों का आयात नवंबर में 39 प्रतिशत बढ़ा: एसईए

भारत का खाद्य तेलों का आयात नवंबर में 39 प्रतिशत बढ़ा: एसईए

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) भारत का खाद्य तेल आयात नवंबर में 38.5 प्रतिशत बढ़कर 15.9 लाख टन हो गया। इसकी मुख्य वजह सूरजमुखी तेल और कच्चे सोयाबीन तेल के आयात में तेज उछाल रहा।

‘सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (एसईए) ने बृहस्पतिवार को नवंबर के लिए वनस्पति तेल (खाद्य व अन्य तेल) के आयात के आंकड़े जारी किए।

आंकड़ों के अनुसार, तेल विपणन वर्ष 2024-25 के पहले महीने नवंबर में वनस्पति तेलों का आयात सालाना आधार पर 11,60,590 टन की तुलना में 40 प्रतिशत बढ़कर 16,27,642 टन हो गया।

कुल वनस्पति तेल आयात में से भारत ने नवंबर में 15,90,301 टन खाद्य तेल का आयात किया, जबकि पिछले साल इसी महीने में 11,48,092 टन का आयात हुआ था। अन्य तेलों (जिनका इस्तेमाल खाने के लिए नहीं किया जाता) का आयात नवंबर 2023 में 12,498 टन की तुलना में बढ़कर 37,341 टन हो गया।

तेल विपणन वर्ष नवंबर से अक्टूबर तक होता है।

खाद्य तेल श्रेणी में, नवंबर 2024 में आरबीडी पामोलिन का आयात सालाना आधार पर 1,71,069 टन की तुलना में बढ़कर 2,84,537 टन हो गया।

समीक्षाधीन अवधि में कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात 1,28,707 टन से बढ़कर 3,40,660 टन हो गया, जबकि कच्चे सोयाबीन तेल का आयात 149,894 टन से बढ़कर 407,648 टन हो गया।

हालांकि, कच्चे पाम तेल का आयात पिछले महीने घटकर 5,47,309 टन रह गया, जो नवंबर 2023 में 6,92,423 टन था।

पाम तेल का आयात (कच्चा तथा रिफाइंड सहित) पिछले महीने सालाना आधार पर 8,69,491 टन से घटकर 8,41,993 टन रह गया। नवंबर 2023 में ‘सॉफ्ट ऑयल’ का आयात 2,78,601 टन से बढ़कर 7,48,308 टन हो गया। पाम तेल की हिस्सेदारी 76 प्रतिशत से घटकर 53 प्रतिशत हो गई, जबकि ‘सॉफ्ट ऑयल’ की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत से बढ़कर 47 प्रतिशत हो गई।

‘सॉफ्ट ऑयल’ से तात्पर्य सोयाबीन तेल, सूरजमुखी के बीज के तेल आदि से है।

इंडोनेशिया और मलेशिया भारत को आरबीडी पामोलिन और कच्चे पाम तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं।

सोयाबीन तेल मुख्य रूप से अर्जेंटीना, ब्राजील और रूस से आयात किया जाता है जबकि सूरजमुखी तेल रूस, यूक्रेन और अर्जेंटीना से आयात किया जाता है।

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