सूरत : ग्रीनसेल पर 15 लाख का जुर्माना, कर्मचारी शोषण का मामला गहराया
सूरत नगर निगम ने बस सेवाओं में गड़बड़ी के लिए लगाया जुर्माना, कंडक्टरों को किया ब्लैकलिस्ट
सूरत: सूरत नगर निगम ने ग्रीनसेल प्राइवेट लिमिटेड पर 15 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई बस सेवाओं में गड़बड़ी और कर्मचारियों के शोषण के आरोपों के बाद की गई है।
नगर निगम के परिवहन समिति अध्यक्ष, सोमनाथ मराठे ने बताया कि ग्रीनसेल एजेंसी द्वारा संचालित बसें अक्सर शेड्यूल के अनुसार नहीं चलतीं और कर्मचारियों को कम वेतन दिया जाता है। हाल ही में, मगोब डिपो में बस चालकों की हड़ताल के बाद यह मामला प्रकाश में आया। चालकों ने आरोप लगाया था कि उन्हें वादे के अनुसार वेतन नहीं मिल रहा है।
मराठे ने आगे बताया कि पिछले 9 महीनों में विभिन्न बस संचालक एजेंसियों पर कुल 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा, 657 कंडक्टरों को ब्लैकलिस्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सोमनाथ मराठे ने अधिक जानकारी देते हुए कहा कि पिछले 9 महीने में बस संचालक एजेंसियों पर कुल 5 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। ईवी ट्रांस प्राइवेट लिमिटेड (इलेक्ट्रिक बस) 45,04,995। ग्रीनसेल सूरत प्राइवेट लिमिटेड 1,50,93,339। हंसा वाहन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (बीआरटीएस) 54,32,700। हंसा वाहन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (सिटीबस) 2,03,98,986। जेबीएम इकोलाइफ मोबिलिटी सूरत प्राइवेट लिमिटेड 27,65,338
श्री मारुति ट्रेवल्स को 25,88,337 सहित कुल 5,07,83,696 की पेनल्टी लगाई गई।
परिवहन समिति अध्यक्ष मराठे ने कहा कि पिछले 11 महीनों में किराया वसूली एजेंसियों पर 50 लाख का जुर्माना, 657 कंडक्टर ब्लैकलिस्ट किया गया है। सूरत नगर निगम द्वारा संचालित सीटीबी बसों में टिकट चोरी की शिकायतें आती रहती हैं। इसके परिणामस्वरूप, नगर निगम द्वारा बस कंडक्टर उपलब्ध कराने वाली किराया वसूली एजेंसियों के खिलाफ अक्सर कार्रवाई की जाती है। जिसके तहत पिछले 11 माह में किराया संग्रहण एजेंसी अकार, सुकानी एवं एम.जे.सोलंकी को कुल 50,26,500 का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही पिछले एक साल में कुल 657 कंडक्टरों को ब्लैकलिस्ट किया गया है।