कांग्रेस नेताओं ने कृष्णा के निधन पर दुख जताया, कर्नाटक के विकास में उनके योगदान को याद किया

कांग्रेस नेताओं ने कृष्णा के निधन पर दुख जताया, कर्नाटक के विकास में उनके योगदान को याद किया

नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा के निधन पर मंगलवार को दुख जताया और राज्य एवं बेंगलुरु के विकास में उनके योगदान को याद किया।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम. कृष्णा का मंगलवार को तड़के उनके आवास पर निधन हो गया। 92 वर्षीय कृष्णा बीमार थे।

खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री एस एम कृष्णा के निधन से अत्यंत दुख हुआ। विकास के सच्चे पैरोकार रहे कृष्णा ने राज्य और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है, क्योंकि हमने राज्य स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर सहयोगियों के रूप में काम किया। "

उन्होंने कहा कि कृष्णा की दूरदर्शिता, समर्पण और असाधारण सार्वजनिक सेवा ने कर्नाटक की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि विकास के साथ कल्याण को संतुलित करने के उनके दृष्टिकोण ने बेंगलुरु के परिवर्तनकारी स्वरूप पर वैश्विक मुहर लगाई।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं है।"

राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, "श्री एस.एम. कृष्णा के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनके दशकों के काम ने कर्नाटक के विकास और बेंगलुरु को प्रौद्योगिकी के एक केंद्र के रूप में बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रियजन के साथ हैं।"

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कृष्णा के निधन पर दुख जताया और उनके साथ अपनी पुरानी यादों को साझा किया।

उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम. कृष्णा के साथ मेरे लंबे जुड़ाव की कई यादें हैं। मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल बहुत प्रभावशाली था और उन्होंने राज्य में आईटी, बायोटेक और अन्य उद्योगों के विकास में बहुत योगदान दिया। मार्च 2000 का उनका बजट भाषण कई मायनों में खास था।"

रमेश के अनुसार, कृष्णा ने समाजवादी धारा से कांग्रेस में प्रवेश किया और लगभग आधी सदी तक पार्टी में एक विशिष्ट स्थान पर रहे।

उन्होंने कहा, "वह हमेशा बेदाग रहते थे और उनका हास्यबोध बहुत अच्छा था। वह राजनीति की तरह टेनिस में भी महारथ रखते थे। जब वह विदेश मंत्री थे, तो मुझे याद है कि मैंने उनसे कहा था कि एक विदेश सेवा अधिकारी महान रामनाथन कृष्णन (टेनिस खिलाड़ी) के दामाद हैं। इसके बाद उन्हें तुरंत 50 और 60 के दशक के कृष्णन युग की याद आ गई।"

रमेश ने कहा, "आज सुबह जब मैंने उनके निधन की खबर पढ़ी तो मुझे सच्चे अर्थों में एक अच्छे सज्जन व्यक्ति की याद आ गई, जिन्होंने सार्वजनिक जीवन की अनिश्चितताओं को आत्मविश्वास के साथ जिया।"

करीब 50 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद कृष्णा मार्च 2017 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। उन्होंने जनवरी 2017 में कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए कहा था कि पार्टी इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति में है कि उसे जन नेताओं की जरूरत है या नहीं।

कृष्णा ने पिछले वर्ष जनवरी में अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी।