वेदांता समूह राजस्थान में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा
(प्रसून श्रीवास्तव)
जयपुर, नौ दिसंबर (भाषा) वेदांता समूह राजस्थान में अपनी कंपनियों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अगले दो-तीन साल में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इससे रोजगार के एक लाख अतिरिक्त अवसरों का सृजन होगा।
वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक वर्तमान में 10 लाख टन जस्ता का उत्पादन कर रही है। कंपनी का इरादा इसे दोगुना कर 20 लाख टन करने का है।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘ इसमें 800 किलोग्राम चांदी भी बनाई जाती है, जिसे हम दोगुना कर 1.6 टन करने जा रहे हैं। हमारी सभी समूह कंपनियां पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा पर काम करेंगी। हम तीन लाख बैरल तेल और गैस का उत्पादन करेंगे। इसमें एक लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा।’’
उन्होंने गैर-लाभकारी आधार पर एक औद्योगिक पार्क स्थापित करने की घोषणा भी की।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘ ऐसे कई उद्यमी हैं जो अवसरों की तलाश में हैं। हम कच्चा माल उपलब्ध कराएंगे और घर-घर बिजली पहुंचाएंगे। जस्ता तथा चांदी का उपयोग कर कई चीजें बनाई जा सकती हैं। हमें उम्मीद है कि हम तीन साल में पूरा निवेश कर लेंगे और उत्पादन क्षमता दोगुनी कर देंगे।’’
‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ में उन्होंने कहा कि वेदांता समूह की योजना राष्ट्रीय खजाने में करों के माध्यम से प्रतिवर्ष अपना योगदान बढ़ाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये करने की है। इसमें से 40,000 करोड़ रुपये राजस्थान को मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में वेदांता समूह सरकारी खजाने में हर साल 50,000 करोड़ रुपये का योगदान देता है, जिसमें से 10,000 करोड़ रुपये राजस्थान को मिलते हैं।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘ हमारी विस्तार योजना जारी है। हम सरकार की कर आय में अपना योगदान तीन गुना बढ़ाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये करेंगे, जिसमें से 40,000 करोड़ रुपये राजस्थान को जाएंगे और पांच लाख लोगों के लिए रोजगार पैदा होगा।’’