आईटीसी ने औषधीय, सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ाया

आईटीसी ने औषधीय, सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ाया

सीहोर (मध्य प्रदेश), आठ दिसंबर (भाषा) आईटीसी का कृषि व्यवसाय विभाग खाद्य, व्यक्तिगत देखभाल और अन्य श्रेणियों में तेजी से बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती को प्रोत्साहित कर रहा है।

आईटीसी का कृषि विभाग किसानों के साथ काम कर रहा है और उन्हें मध्य प्रदेश में अश्वगंधा, तुलसी और कलौंजी तथा दक्षिणी राज्यों में हल्दी जैसी उच्च मांग वाली फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

आईटीसी के कृषि व्यवसाय विभाग के सीईओ एस गणेश कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि 'आईटीसी नेक्स्ट' रणनीति के तहत कंपनी ने वृद्धि और प्रतिस्पर्धात्मकता में तेजी के लिए अपने मूल्य-वर्धित कृषि उत्पादों (वीएएपी) को तेजी से बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है।

उन्होंने बताया कि इस रणनीति के तहत कंपनी अश्वगंधा जैसे औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ावा दे रही है।

आईटीसी के कृषि व्यवसाय प्रभाग ने मध्य प्रदेश में अपने औषधीय और सुगंधित पौधों के अर्क (एमएपीई) पहल कार्यक्रम के जरिये किसानों की आय में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि की है।

किसानों के बीच इस पहल को बढ़ावा देने के लिए आईटीसी ने मध्य प्रदेश के सीहोर में 100 एकड़ का अत्याधुनिक जैविक प्रमाणित प्रायोगिक और प्रशिक्षण फार्म स्थापित किया है।