मप्र प्रधानाचार्य हत्या मामला : जांचकर्ता अधिकारी ने आरोपी छात्र को 'बेरहम' है और 'मनोरोगी' बताया
छतरपुर, सात दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्कूल के प्रधानाचार्य की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या की घटना की जांच कर रहे एक अधिकारी ने आरोपी 12वीं कक्षा के छात्र को 'बेरहम' है और 'मनोरोगी' करार दिया है। इस मामले की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने शनिवार को यह दावा किया।
पुलिस ने बताया कि 17 वर्षीय लड़के ने शुक्रवार को अपराह्न करीब 1:30 बजे धमोरा सरकारी हाई स्कूल के प्रधानाचार्य एस के सक्सेना (55) को संस्थान के शौचालय के पास गोली मार दी और आरोपी छात्र अपने एक सहपाठी के साथ मौके से भाग गया।
सक्सेना की तुरंत मौके पर ही मौत हो गई और आरोपी छात्र को कुछ घंटों बाद उत्तर प्रदेश के साथ लगी जिले की सीमा से पकड़ लिया गया। अपराध में इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी उसके पास से बरामद कर ली गई।
जांच अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर 'पीटीआई-भाषा' से कहा, "आरोपी का कहना है कि प्रधानाचार्य सक्सेना उसे डांटते थे, इसलिए उसने उन्हें गोली मार दी। उसने दावा किया कि प्रधानाचार्य अक्सर उसे डांटते थे और स्कूल में 'गुंडागर्दी' न करने के लिए कहते थे। किशोर आरोपी एक मनोरोगी प्रतीत होता है। उसका चिकित्सा परीक्षण किया जा रहा है।"
जांचकर्ता ने कहा कि आरोपी कला संकाय का छात्र है और उसे अपने किए पर बिल्कुल भी पछतावा नहीं है।
इस बीच, पुलिस ने प्रधानाचार्य के स्कूटर पर आरोपी के साथ मौके से भागे सहपाठी को हिरासत में ले लिया।
आरोपी ने दावा किया है कि यह सहपाठी उसे प्रधानाचार्य को गोली मारने से रोकने आया था।
पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने कहा कि आरोपी छात्र के सहपाठी से पूछताछ की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि वह निर्दोष है या उसकी इसमें कोई भूमिका थी।
जैन ने कहा, "इस सहपाठी को आज अपराह्न दो बजे हिरासत में लिया गया। वह आरोपी का रिश्तेदार है। आरोपी के साथ स्कूटर पर भागने के बाद वह घर चला गया और संभवतः डर के कारण पास के जंगल में भाग गया।"
अपराध में इस्तेमाल की गई स्थानीय स्तर पर निर्मित पिस्तौल के बारे में पूछे जाने पर जैन ने कहा कि आरोपी ने अपने गांव के एक व्यक्ति का नाम बताया है, जो मुरैना जिले में चला गया और फिर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर चला गया, जहां दो महीने पहले उसकी मौत हो गई।
जैन ने कहा, "उसने जिस व्यक्ति का नाम बताया है, वह उससे दो साल बड़ा है। हम विवरण की पुष्टि कर रहे हैं।"
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी आर पी प्रजापति ने कहा कि सक्सेना पिछले पांच वर्षों से धमोरा सरकारी उच्च विद्यालय के प्रधानाचार्य थे।