नौकरियों के पीछे भागने के बजाय युवा रोजगार देने वाले बनें : राजस्थान के राज्यपाल
जयपुर, सात दिसंबर (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शनिवार को युवाओं का आह्वान किया कि वे नौकरियों के पीछे भागने के बजाय रोजगार देने वाले बनें।
बागड यहां एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों से डिग्री प्राप्त युवा नौकरियों के पीछे भागने के बजाय रोजगार देने वाले बनें।
उन्होंने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय ज्ञान के केन्द्र होते हैं। इनमें विद्यार्थियों को केवल पाठ्यपुस्तकों का अध्ययन ही नहीं कराया जाए बल्कि उनकी बौद्धिक क्षमता कैसे बढ़े, उनमें उद्यमिता की प्रवृति का कैसे विकास हो, इस पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।’’
उन्होंने कहा कि शिक्षा सतत चलने वाली प्रक्रिया है और वही शिक्षा सार्थक है जो जीवन को बेहतर ढंग से जीने की राह दिखाए।
महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा समाज सेवा और स्त्री शिक्षा में दिए योगदान को याद करते हुए राज्यपाल ने कहा, ‘‘वह युग पुरुष थे। ऐसे समय में जब नारी शिक्षा से समाज दूर था, उन्होंने कन्या विद्यालय खोला। अपनी पत्नी को पढ़ाया और उन्हें देश की पहली महिला शिक्षक बनाया।’’
उन्होंने ज्योतिबा फुले के आदर्शों को अपनाते शिक्षा प्रसार के लिए कार्य करने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा, ‘‘शिक्षा में नैतिकता और आदर्श जीवन मूल्य बहुत जरूरी है। महापुरुषों की जीवनियां हमें सदा प्रेरणा देती है।’’
उन्होंने देश की नयी शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि यह समाज के हर वर्ग को बगैर किसी भेदभाव के वैश्विक स्तर की शिक्षा देने से जुड़ी है।
बागडे ने ‘‘राष्ट्र प्रथम है’’ सोच के साथ विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाए जाने पर जोर दिया।