सूरत : श्री अखिल भारतीय जीण माता सेवा संघ सूरत का अनूठा दिव्य प्रयास
इतिहास में पहली बार जनकपुर नेपाल में माँ जानकी ने ओढ़ी 108 मीटर लम्बी चुनर
श्री अखिल भारतीय जीण माता सेवा संघ सूरत एवं सीताराम गौशाला जनकपुर नेपाल के संयुक्त तत्वावधान में श्री सीताराम विवाह महोत्सव बड़े ही धूमधाम से जनकपुर नेपाल में मनाया गया। समारोह की विशेष जानकारी देते हुए पिंकी अरविन्द अग्रवाल ने बताया कि राम जानकी का विवाह महोत्सव हर वर्ष जनकपुर नेपाल में मनाया जाता है, लेकिन इस वर्ष अयोध्या में श्री रामलला के विराजमान होने के पश्चात पाँच सौ बाराती अयोध्या से जनकपुर धाम पहुंचे, उन सभी बारातियों का स्वागत जीण संघ द्वारा भेजे गए दुपट्टे अर्पित कर उन्हें अल्पाहार कराकर किया गया। माँ जानकी को उनके विवाह पर इतिहास में पहली बार सुहाग की प्रतिक 108 मीटर लम्बी चुनर एवं सोलह श्रृंगार की वस्तुएँ जानकी मंदिर के प्रमुख महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव के कर कमलों द्वारा भेंट की गई।
जीण संघ के राजेश काबरा ने बताया कि सीताराम गौशाला जनकपुर के अध्यक्ष मनोज रूंगटा के नेतृत्व में एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया। जो जनकपुर नेपाल के प्रमुख मार्गों पर नगर भ्रमण करते अग्रसर हुई। अपने हाथों में विशाल चुनर पकड़े हुए सैंकड़ों मारवाड़ी समुदाय और स्थानीय महिलाओं का जगह-जगह पुष्प वर्षा करके अनेकों संगठनों द्वारा स्वागत किया। बैंड बाजे की धुन पर हाथों में सैंकड़ों ध्वज लेकर नाचता थिरकता जन समुदाय, नयनाभिराम झाँकियाँ, राम लक्ष्मण हनुमान दशरथ आदि की वेशभूषा में आये श्रद्धालु शोभायात्रा में चार चाँद लगा रहे थेI गौ रक्षा के संबंध में हाथों में तख़्तियाँ लिए श्रद्धालुजन जन मानस को स्वस्थ सन्देश दे रहे थे।
नेपाल सरकार के मंत्री व सांसद जुली महतो ने जीण संघ के इस समारोह की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत व नेपाल का आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक रूप से विशेष रिश्ता रहा है। ऐसे में जनकपुर नेपाल में हो रहे सीताराम विवाह महोत्सव पर विशाल चुनरी का आना अति दिव्य एवं महत्वपूर्ण है।
शोभायात्रा संयोजक मनोज रूंगटा ने सीताराम गौशाला एवं जीण संघ के संयुक्त तत्वावधान में राम जानकी विवाह पर हर वर्ष चुनरी महोत्सव करने हेतु आश्वासन दियाI इस शोभायात्रा को सफल बनाने में जनकपुर इंडस्ट्री एवं कॉमर्स के अध्यक्ष निर्मल चौधरी, मारवाड़ी सेवा समिति के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल, सीताराम गौशाला के महासचिव कमल जैन, अजय जैन, ऋषिकेश शाह, महेश झुनझुनुवाला, गिरधारीलाल गोयनका, तोलाराम जी दुग्गड़, अंकित रूंगटा, हर्ष अग्रवाल, काव्य अग्रवाल, उषा रूंगटा आदि का सक्रीय सहयोग रहा।