सूरत : वॉटर मेट्रो की संभावनाएं, कोच्चि टीम के सुझावों के बाद बायोमेट्रिक सर्वे की तैयारी
तापी नदी पर जल परिवहन के लिए विस्तृत सर्वेक्षण की आवश्यकता
सूरत : शहर में तापी नदी पर जल परिवहन की संभावनाओं को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। कोच्चि से आई तकनीकी टीम के निरीक्षण और सुझावों के आधार पर, सूरत नगर निगम अब तापी नदी के 22 किलोमीटर के हिस्से पर विस्तृत बायोमेट्रिक सर्वे करवाने की तैयारी में है।
कोच्चि की जल मेट्रो परियोजना से प्रेरणा लेकर सूरत में भी इसी तरह की परियोजना शुरू करने की योजना है। हालांकि, दोनों शहरों की भौगोलिक स्थिति और नदी की संरचना अलग-अलग होने के कारण, सूरत के लिए एक अलग प्रकार का मॉडल तैयार किया जाएगा।
कोच्चि टीम ने सूरत नगर निगम को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। इनमें नदी के दोनों किनारों पर डॉकिंग स्टेशनों के स्थान, टर्मिनलों की संख्या, पार्किंग की सुविधा, नदी की गहराई, और जल धाराओं का विस्तृत अध्ययन शामिल है। इस जानकारी के आधार पर ही सूरत में जल परिवहन के लिए एक व्यावहारिक योजना तैयार की जा सकेगी।
सूरत नगर निगम ने कोच्चि टीम के सुझावों को गंभीरता से लिया है और अब बायोमेट्रिक सर्वे करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस सर्वे में नदी की गहराई, चौड़ाई, जल की गुणवत्ता, और अन्य संबंधित जानकारियां एकत्र की जाएंगी। इस जानकारी के आधार पर ही यह तय किया जाएगा कि तापी नदी पर किस प्रकार का जल परिवहन शुरू किया जा सकता है।
सूरत शहर में जल परिवहन शुरू होने से यातायात की समस्या कम होगी और शहरवासियों को एक नया परिवहन विकल्प मिलेगा। इसके साथ ही, यह परियोजना शहर के पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।
सूरत में जल परिवहन की संभावनाओं को साकार करने के लिए सूरत नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। उम्मीद है कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद सूरत शहर एक और उपलब्धि हासिल करेगा।