सूरत : कपड़ा मार्केट में ग्राहकी सुस्त, आगामी महीने से तेजी की उम्मीद
दक्षिण भारत की कपड़ा मंडियों में भी पोंगल की ग्राहकी भी कोई खास नहीं रही : राजूभाई ओरडिया
बीते साल अप्रैल,मई-जून में शादी-विवाह के मुहूर्त नहीं होने से नवबंर-दिसंबर में शादी-विवाह के मूहुर्त होने से नवंबर में अब तक बड़ी संख्या में मांगलिक प्रसंग हुए और आगामी 15 दिसंबर तक काफी तादात में शादी-विवाह के प्रसंग होंगे। नवंबर-दिसंबर में बहुतायत मांगलिक प्रसंग होने से देश भर की कपड़ा मंडियों में दीपावली से पूर्व जबरदस्त कपड़ों की मांग होने से सूरत टेक्सटाइल मार्केट में बहुत ही अच्छी ग्राहकी रही, जिससे दीपावली के बाद भी ग्राहकी उम्मीद जताई जा रही थी, परंतु दीपावली के बाद अब तक ग्राहकी बिल्कुल सुस्त ही रही। जहां एक ओर उत्तर भारत की कपड़ा मंडियों में ग्राहकी यानी कपड़ों की मांग नहीं के बराबर रही, वहीं दक्षिण भारत की कपड़ा मंडियों में पोंगल की ग्राहकी भी कोई खास नहीं रही।
व्यापारी अग्रणी एवं सूरत टेक्सटाइल मार्केट एसोसिएशन के प्रमुख राजूभाई ओरडिया ने बताया कि दीपावली से पूर्व अच्छी ग्राहकी होने से व्यापारियों को उम्मीद थी कि दीपावली के बाद पोंगल की भी ग्राहकी अच्छी रहेगी, किंतु ऐसा कुछ भी नहीं रहा। दक्षिण भारत की मंडियों में आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना की कपड़ा मंडियों में पोंगल की कुछ ग्राहकी है, जबकि कर्नाटक और तमिलनाडु की कपड़ा मंडियों में मांग इन दिनों है ही नहीं। उन्होंने बताया कि दीपावली के बाद अभी एक सप्ताह पूर्व से ही डाइंग-प्रिंटिंग मिलें चालू हुई हैं। अब कपड़ा मार्केट में नई वेरायटी आने पर ही ग्राहकी जोर पकड़ेगी। उन्होंने बताया कि नया वेरायटी आने के बाद संभवतः अगले महीने से ग्राहकी की उम्मीद जताई जा रही है।
राजूभाई ओरडिया ने बताया कि नवंबर-दिसंबर की शादी की सीजन 15 दिसंबर तक की पूर्ण हो जाएगी। इसके बाद एक महीने तक को कुमुरता (खरमास) होने से सभी मांगलिक कार्य ठप रहेंगे। अब मकरसंक्रांति (उत्तरायण) के बाद से पुनः मांगलिक कार्य यानी शादी-विवाह आदि प्रसंग शुरू होंगे, जिससे दिसंबर के दूसरे सप्ताह से बाहर के व्यापारियों के आने की संभावना जताई जा रही है। कारण कि जनवरी से लेकर जून तक शादी विवाह के अच्छे मुहूर्त होने से बाहर की कपड़ा मंडियों में कपड़ों की अच्छी मांग रहने की उम्मीद जताई जा रही है।