मुंबई : मुझे सीएम पद की लालसा नहीं, मोदी-शाह जो भी फैसला लेंगे, हमें मंजूरः एकनाथ शिंदे

बीजेपी की बैठक में जो भी फैसला होगा हम उसे स्वीकार करेंगे

मुंबई : मुझे सीएम पद की लालसा नहीं, मोदी-शाह जो भी फैसला लेंगे, हमें मंजूरः एकनाथ शिंदे

मुंबई। महाराष्ट्र चुनाव नतीजों के चार दिन बाद नए सीएम को लेकर स्थिति साफ होती दिख रही है। बुधवार को ठाणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, ''हम बीजेपी के सीएम को स्वीकार करते हैं।'' मैंने मोदी जी को फोन किया, हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, मन में कोई रुकावट मत पैदा करो। हम सभी एनडीए का हिस्सा हैं। बीजेपी की बैठक में जो भी फैसला होगा हम उसे स्वीकार करेंगे। कोई स्पीड ब्रेकर नहीं, हम सरकार बनाने में बाधक नहीं बनेंगे।

शिंदे ने आगे कहा कि, मैं खुद को कभी मुख्यमंत्री नहीं मानता। मैंने हमेशा एक आम आदमी की तरह काम किया है। यह जनता की जीत है, समर्थन के लिए जनता को धन्यवाद। चुनाव के दौरान वह सुबह पांच बजे तक काम करते थे। सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की।

शिंदे ने कहा- लोग सोचते हैं कि मुख्यमंत्री हमारे बीच हैं। चाहे घर हो, मंत्रालय हो, लोग आते हैं और मिलते हैं मैं सबसे मिलता हूं। मुझे जो पहचान मिली वह आपकी वजह से है। मैंने लोकप्रियता के लिए काम नहीं किया है, मैंने महाराष्ट्र के लोगों के लिए काम किया है। ढाई साल तक केंद्र सरकार कायम रही। राज्य को आगे बढ़ाना है तो केंद्र सरकार का सहयोग बहुत जरूरी है।

एकनाथ शिंदे ने कहा- चुनाव हुआ और नतीजे आए, हमारे काम ने ऐतिहासिक नतीजा दिया। मैं सबका प्यारा भाई हूं, बहनों ने मुझे याद रखा और मेरी रक्षा की। मुझे सब पता है। ये बड़ी  ऐतिहासिक जीत है, हम एक साथ काम करने वाले लोग हैं, हम कड़ी मेहनत करते हैं। हमने जो भी काम किया है दिल से किया है। मेरा काम महाराष्ट्र के लोगों के लिए होगा।

एकनाथ शिंदे ने कहा- हमने राज्य की प्रगति का स्तर बढ़ाया। इस समय भी राज्य के विकास की गति तेज है।  मोदी जी, शाह जी ने बहुत सहयोग दिया। किसी भी सरकार ने ऐसे फैसले नहीं लिए। हमने जनता के लिए 124 फैसले लिए। पिछली सरकार में राज्य पीछे रह गया था और हम उसे फिर से आगे लेकर आए हैं।

एकनाथ शिंदे ने कहा, हमने परिवार के हर सदस्य को कुछ न कुछ देने की कोशिश की। सरकार का काम लोगों के लिए काम करना है। हर किसी के पास हमें देने के लिए कुछ न कुछ है। मुझे अमित शाह का पूरा समर्थन था, मेरे पीछे पहाड़ की तरह खड़े थे। कहा कि आप जनता के लिए काम करें, हम आपके साथ हैं। मुझ जैसे साधारण कार्यकर्ता पर विश्वास किया।