नई दिल्ली : लेबनान और इजराइल में युद्धविराम का भारत ने किया स्वागत

लेबनान में युद्ध विराम शुरू, विस्थापित लौटने को तैयार

नई दिल्ली : लेबनान और इजराइल में युद्धविराम का भारत ने किया स्वागत

नई दिल्ली, 27 नवंबर (हि.स.)। भारत ने इजराइल और लेबनान के बीच में संघर्ष विराम का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हम हमेशा से तनातनी खत्म करने, संयम बरतने और बातचीत तथा राजनयिक कूटनीति अपनाने पर बल देते रहे हैं। हमें लगता है कि इस घटनाक्रम से क्षेत्र में शांति और स्थिरता आएगी।

उल्लेखनीय है कि इजराइल और लेबनान के हिजबुल्ला समूह के बीच में अमेरिका की मध्यस्थता से एक सीजफायर समझौता हुआ है, जो आज सुबह से लागू हो गया है। इस समझौते के तहत 60 दिनों का युद्ध विराम रहेगा और हिजबुल्ला दक्षिण लेबनान से पीछे हटेगा।

 लंबी जद्दोजहद के बाद इजराइल और आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के युद्ध विराम पर सहमत होते ही लेबनान में लड़ाई थम गई। युद्ध विराम आधिकारिक तौर पर बुधवार तड़के चार बजे से प्रभावी हो गया। इसी के साथ लड़ाई के दौरान लेबनान से विस्थापित हजारों लोग स्वदेश लौटने के लिए तैयार हो गए हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस के संयुक्त बयान में युद्ध विराम लागू होने की पुष्टि की गई है।

द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, इजराइल और लेबनान के आतंकी समूह हिजबुल्लाह के बीच दशकों के इतिहास में अब तक के सबसे घातक युद्ध को समाप्त करने के लिए किया गया संघर्ष विराम आधिकारिक तौर पर बुधवार तड़के चार बजे प्रभावी हो गया। इसकी घोषणा होते ही दक्षिणी बेरूत के दहिया में पुनर्निर्माण का काम शुरू हो गया। हिजबुल्लाह का मुख्यालय दहिया में ही है। कभी घनी आबादी वाले दहिया में इस समय इक्का-दुक्का लोग ही रह रहे हैं। यहां से अक्टूबर में 52 वर्षीय मोहम्मद अवादा अपने दो बच्चों के साथ उत्तरी लेबनान के शहर त्रिपोली भाग गए थे। हमले में उनका अपार्टमेंट नष्ट हो गया था। युद्ध विराम की भनक मिलते ही उन्होंने कहा कि वह दहिया लौटेंगे और वहां नए सिरे जीवन शुरू करेंगे।

इस बीच लेबनान की सेना ने विस्थापित नागरिकों से दक्षिणी लेबनान के कस्बों और गांवों में लौटने से पहले इजराइली सैनिकों के हटने का इंतजार करने का आह्वान किया है। साथ ही गैर-विस्फोटित आयुध के खतरों के बारे में भी चेताया है। लेबनान के अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष विराम लागू होने के कुछ घंटों बाद विस्थापित परिवार दक्षिणी और पूर्वी लेबनान लौटने लगे। लेबनान में इस समय संयुक्त राष्ट्र अंतरिम शांति सेना के 10 हजार जवान मौजूद हैं।

इराइली सेना के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने कहा कि संघर्ष विराम की शर्तों के अनुसार देश के सैनिक दक्षिणी लेबनान मौजूद हैं। एड्राई ने लेबनाने के विस्थापितों को चेतावनी दी कि वे तुरंत वापस नहीं जाएं। सुरक्षित आवाजाही के संकेत मिलते ही सूचित किया जाएगा। इस युद्ध विराम से इजराइल में स्थिति अपेक्षाकृत शांत दिखाई दी। आधीरात के बाद से देश में कोई नया हवाई हमला सायरन नहीं बजा है। ताजा युद्ध विराम का उद्देश्य इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच एक साल से अधिक समय से चल रही लड़ाई को समाप्त करना है।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइली सेना की बमबारी और जमीनी कार्रवाई में लगभग 3,800 लोग मारे गए हैं। दस लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। लेबनान के समाचार पत्र द नेशनल के अनुसार, इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच सालभर से अधिक समय तक चली लड़ाई के बाद लेबनान में युद्ध विराम लागू हो गया है। युद्ध विराम की घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वाशिंगटन में की। संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस ने संयुक्त बयान में युद्ध विराम की शर्तों और अपेक्षाओं को रेखांकित किया है। इस युद्ध विराम पर संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस नजर रखेंगे।

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