सूरत : कपड़ा बाजार बना जल संरक्षण का मिसाल, रेन वाटर हार्वेस्टिंग अभियान को मिला व्यापारियों का समर्थन
फोस्टा के बोर्ड रूम में हुई बैठक में लिया गया संकल्प, साकेत ग्रुप की पहल को मिली व्यापक स्वीकृति
सूरत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'कैच द रेन' अभियान को धरातल पर उतारते हुए, सूरत का कपड़ा बाजार एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। फेडरेशन ऑफ सूरत ट्रेड एन्ड टेक्सटाइल एसोसिएशन (फोस्टा) के बोर्ड रूम में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में, कपड़ा व्यापारियों ने सामूहिक रूप से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाने का संकल्प लिया है।
फोस्टा के अध्यक्ष कैलाश हाकिम ने कहा, "जल ही जीवन है। बढ़ते जल संकट को देखते हुए हमें पानी के हर एक बूंद को बचाना होगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग न केवल जल संरक्षण का एक कारगर तरीका है, बल्कि यह भूजल स्तर को भी बढ़ाएगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करेगा।"
साकेत ग्रुप के प्रेरक सांवर प्रसाद बुधिया ने इस पहल को देशव्यापी आंदोलन बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी का 'कैच द रेन' अभियान हमें प्रेरित करता है। हमें इस अभियान को सफल बनाना है और इसे पूरे देश में फैलाना है।"
बैठक में उपस्थित सभी व्यापारियों ने संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किए और अपने-अपने मार्केट और सोसाइटी में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने का वादा किया।
इस बैठक में साकेत ग्रुप के अग्रणी सांवर प्रसाद बुधिया, फोस्टा के अध्यक्ष कैलाश हाकिम, हंसराज जैन, महेंद्र सिंह भायल, सुरेश मोदी, दीपचंद चौधरी, विनय अग्रवाल, और अन्य प्रमुख व्यापारी, प्रेसिडेंट्स, सेक्रेटरीज़, और मैनेजर्स शामिल रहे।
साकेत ग्रुप और फोस्टा की इस सामूहिक पहल ने व्यापारियों को जल संरक्षण के महत्व के प्रति जागरूक किया और सभी ने इस अभियान को पूरी तरह समर्थन देने का संकल्प लिया।