गुजरात सरकार का बड़ा कदम: जनहित योजनाओं में एआई के अधिकतम उपयोग के लिए टास्क फोर्स गठित
गुजरात के गिर सोमनाथ में आयोजित 11वें राज्य स्तरीय चिंतन शिविर का समापन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य में प्रशासनिक सुधार और जनहितकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की। इस टास्क फोर्स का उद्देश्य एआई और डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से विकास की गति को तेज करना और 100% लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।
एआई से सशक्त होगा प्रशासन:
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कुपोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, रोजगार और शिकायत निवारण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार लाया जाएगा। एक माह के भीतर टास्क फोर्स अपनी सिफारिशें पेश करेगी, जिनके आधार पर एआई के उपयोग से सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा।
चिंतन शिविर में चर्चा के मुख्य बिंदु:
शिविर के दौरान रोजगार सृजन, ग्रामीण आय वृद्धि, सरकारी सेवाओं की संतृप्ति, और पर्यटन विकास जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों और विकास अधिकारियों से आग्रह किया कि इन सिफारिशों के आधार पर प्रत्येक जिले में तीन परियोजनाएं शुरू करें और उनकी नियमित समीक्षा करें।
पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता:
मुख्यमंत्री ने विशेष जोर दिया कि विकास कार्यों में पर्यावरण संरक्षण का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने प्रशासन को ऐसी भूमिका निभाने की प्रेरणा दी, जिससे जनता के कल्याण को प्राथमिकता मिले और प्रशासन में पारदर्शिता बनी रहे।
शिविर का व्यापक उद्देश्य:
अपर मुख्य सचिव कमल दयानी ने सभी अधिकारियों और मंत्रियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की और कहा कि ऐसे शिविर प्रशासनिक सुधार और नई सोच के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
यह टास्क फोर्स गुजरात सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे राज्य न केवल जनहितकारी योजनाओं को कुशलता से लागू करेगा, बल्कि एआई की मदद से प्रशासन को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाएगा।