सूरत में वॉटर मेट्रो की संभावनाएं तलाशने कोच्चि की टीम पहुंची
तापी नदी के स्थलीय निरीक्षण के बाद सकारात्मक संकेत
सूरत: देश की पहली वॉटर मेट्रो परियोजना कोच्चि की सफलता से प्रेरित होकर सूरत में भी इसी तरह की परियोजना शुरू करने की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। शहर की बढ़ती जनसंख्या और यातायात की समस्या के समाधान के लिए वॉटर मेट्रो एक कारगर विकल्प साबित हो सकता है।
कोच्चि वॉटर मेट्रो की एक विशेषज्ञ टीम ने हाल ही में सूरत का दौरा किया और तापी नदी के विभिन्न स्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया। टीम ने प्रारंभिक तौर पर सकारात्मक संकेत दिए हैं। सूरत नगर निगम द्वारा रुंध-भाठा को जोड़ने के लिए पारंपरिक बैराज परियोजना के कार्यान्वयन के बाद, तापी नदी में एक बड़ी मीठे पानी की झील बनने की संभावना है। इस झील में जल परिवहन और वॉटर मेट्रो परियोजना के लिए काफी संभावनाएं हैं।
कोच्चि की टीम ने सूरत नगर निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर तापी नदी के दोनों किनारों का दौरा किया और नदी तट के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया। टीम ने प्रारंभिक चरण में दृश्य निरीक्षण किया और प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने के बाद अधिक जानकारी नगर पालिका की टीम को सौंपी जाएगी।