सूरत : व्यापारिक तौर तरीकों का पालन कर धोखाधड़ी से बच सकते हैं कपड़ा कारोबारी
अधिक माल बेचने का उतावलापन व्यापार के लिए हानिकारक : धीरजभाई
औद्योगिक नगरी सूरत में टेक्सटाइल से जुड़े अनेकों प्रकार के कारोबार होते हैं, जिसमें छोटे-बड़े सभी उद्यमी अपने कारोबार को संवारने में जुटे रहते हैं। टेक्सटाइल हब होने के करण देश-विदेश के कपड़ा कारोबारी सूरत की ओर रुख करते हैं और यहां के कपड़ों की खरीदी करते हैं। पिछले कुछ सालों से सूरत टेक्सटाइल मार्केट में धोखाधड़ी की शिकायतें तेजी से बढ़ रही है, जो कपड़ा उद्योग के लिए हानिकारक है। जहां एक ओर कुछ व्यापारी अलग-अलग मार्केट में बैठकर वीवर एवं ट्रेडर्स से खरीदी कर बकाया न चुका कर धोखाधड़ी करते हैं, वही देशभर के विविध कपड़ा मंडियों के कुछ व्यापारी सूरत के कारोबारी का पेमेंट रोक कर अपना निजी हित साधने लगते हैं। यही कारण है कि सूरत के व्यापारियों का करोडों रुपए बाहर की मंडियों में फंसे रहते हैं।
कपड़ा कारोबारी ने बताया कि समय से भुगतान न करने के साथ ही साथ धोखाधड़ी की समस्या सूरत कपड़ा मार्केट में बनी हुई है, जो उद्योग के लिए हानिकारक है। उन्होंने बताया कि व्यापारिक तौर तरीकों का सख्ती से पालन कर इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाया जा सकता है। यहां के कारोबारी माल बेचने के उतावलापन में अपना सब कुछ लुटा देते हैं। अधिक बेचने की बजाय कारोबारी को गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए, साथ ही उचित मुनाफा रखकर अच्छे कारोबारी के साथ व्यापार करना चाहिए। जब क्वालिटी रहेगी और रेट वाजिब होगा तो बाहर की मंडियों के व्यापारियों का रुझान निश्चित रूप से बढ़ेगा। तब हम अपनी शर्तों पर कारोबार कर सकेंगे। इस तरह धोखाधड़ी को कम करने में व्यापारी सहायक हो सकते हैं।
पिछले 10 सालों से कारोबार कर रहे धीरजभाई ने बताया कि शुरुआत में तकरीबन 200 से अधिक कारोबारियों के साथ व्यापार कर रहे थे। विलंब से पेमेन्ट करने वाली व्यापारियों से धीरे-धीरे कारोबार बंद कर दिया और सूरत के अपने व्यापारी का समय पेमेन्ट करने के साथ विलंब होने पर व्याज के साथ पेमेन्ट चुकाना जारी रखा। अब सिर्फ अच्छे कारोबारी के साथ व्यापार करते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे यहां माता जी की चुनरी से लेकर वेडिंग चुनरी भी उपलब्ध है जिसकी कीमत रु. 100 से लेकर 600 से 700 रुपये तक की होती है। हम कम प्राफिट पर क्वालिटीयुक्त कपड़ा बेचने पर विश्वास रखते हैं, जो सफल व्यापार की कुंजी है।
प्रोडक्शन नहीं क्वालिटी पर ध्यान दें व्यापारी : प्रहलाद अग्रवाल
आढ़तिया कपड़ा एसोसिेशन सूरत के प्रमुख प्रहलाद अग्रवाल ने कहा कि सूरत के कपड़ा व्यापारी अधिक प्रोडक्शन करते हैं, जिससे माल बेचने के चक्कर में उनकी पूंजी फंस जाती है। उन्होंने कहा कि सूरत के कपड़ा कारोबारियों को प्रोडक्शन पर नहीं क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए, ताकि उनका ब्रांड नाम बन सके।प्रोडक्शन कम होने और क्वालिटीयुक्त कपड़ा होने पर व्यापारी जांच परख कर अच्छे व्यापारियों को ही माल बेचेगा,जिससे पूंजी फंसने (डूबत) की संभावना नहीं रहेगी।