अजमेर : पुष्कर मेले के आगाज पर पहली बार 51 ऊंटों की निकली परेड, विदेशी मेहमानों ने बजाए नगाड़े
अजमेर से 15 किलोमीटर दूर पुष्कर में शनिवार को गोपाष्टमी (नाै नवंबर) से शुरू हुआ यह पशु मेला 15 नवंबर तक चलेगा
अजमेर, 9 नवंबर (हि.स.)। विदेशी मेहमानों ने नगाड़े बजाकर शनिवार काे इंटरनेशनल पुष्कर मेले की शुरूआत की। इस दौरान नृत्य करती राजस्थानी कलाकारों को देख विदेशी युवतियों ने उनके साथ फोटो भी खिंचाए। अजमेर से 15 किलोमीटर दूर पुष्कर में शनिवार को गोपाष्टमी (नाै नवंबर) से शुरू हुआ यह पशु मेला 15 नवंबर तक चलेगा।
मेला कमेटी के सदस्याें के मुताबिक इस बार करीब साढ़े चार हजार विदेशी पर्यटक पहुंचे हैं। पिछले साल विदेशी पर्यटकों की संख्या करीब 3000 रही थी। मेले से पहले ही 70 प्रतिशत बुकिंग हो चुकी थीं। अभी सभी होटल व धर्मशालाएं फुल हैं।
अमेरिका से आईं पर्यटक सिंथिया ने बताया कि मैं दूसरी बार पुष्कर आई हूं। बताना चाहती हूं कि यह शानदार है। दूसरी बार में यह मेला ज्यादा अच्छा लगा रहा है। इस बार ज्यादा पशु हैं। सजे-धजे ऊंट और राजस्थानी पोशाक में नाचती महिलाओं को देखना शानदार अनुभव है। मैं सभी से कहना चाहती हूं कि भारत आएं और पुष्कर मेले का लुत्फ लें। ऐसा अनुभव आपको कहीं नहीं मिलेगा।
शनिवार को पहली बार मेले में 51 ऊंटों से कैमल रैली (ऊंट परेड) निकाली गई। यह रैली पुराने मेला मैदान से नए मेला मैदान तक एक किलोमीटर दूर तक निकाली गई। इससे ऊंट संरक्षण का मैसेज दिया गया। इस दौरान सेंड आर्टिस्ट अजय रावत ने रेत पर ऊंट की आकृति उकेरी। पहली बार ब्रह्मा मंदिर में क्लासिकल म्यूजिक और ध्रुपद गायन का आयोजन किया जाएगा।
मेले का उद्घाटन शनिवार सुबह 10 बजे कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत ने झंडा फहराकर किया। इसके बाद राष्ट्रगान किया गया। जिला कलेक्टर लोक बंधु, एसपी वंदिता राणा, नगर परिषद अध्यक्ष कमल पाठक और उपाध्यक्ष शिव स्वरूप महर्षि यहां मौजूद थे। विधिवत पूजा-पाठ के बाद मेले का शुभारंभ होने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
प्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथूलाल सोलंकी और उनकी टीम नगाड़ा बजा रही थी। इस दौरान विदेशी पर्यटक युवतियों ने नगाड़ा बजाने की बात की तो टीम ने उन्हें मंच पर बैठा लिया और स्टिक सौंप दी। पुष्कर इलाके के स्कूलों की 200 छात्राओं ने राजस्थानी गीतों पर डांस किया। शाम को पुष्कर सरोवर के 52 घाट पर दीपक जलाकर महाआरती की जाएगी।
नगर परिषद आयुक्त कीर्ति कुमावत ने बताया कि 52 घाट पर महाआरती के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, छात्राओं और स्थानीय लोगों घाटों पर खूबसूरत रंगोलियां बनाई हैं। अलग-अलग संस्थाओं को घाट सजाने का जिम्मा दिया है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया ने बताया कि मेले में अब तक 5000 से अधिक पशु पहुंच चुके हैं। इनमें 1831 ऊंट, 3328 घोड़े और तीन भैंस हैं।
अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले को लेकर विदेशी टूरिस्ट में खास आकर्षण होता है। यहां विदेशी मेहमानों को लुभाने के लिए टेंट सिटी बसाई गई है। ऊंटों की परेड, कालबेलिया समेत पारंपरिक डांस, गीत-संगीत समारोह, खेल प्रतियोगिताओं और पुष्कर सरोवर पर दीपदान जैसे कार्यक्रमों के कारण इसे लेकर विदेशी पर्यटकों में आकर्षण रहता है। मेले में भजन गायक अनूप जलोटा 12 नवंबर को और बॉलीवुड गायक कैलाश खेर 14 नवंबर को प्रस्तुति देंगे। कैलाश खेर तीसरी बार पुष्कर पहुंचेंगे।
देसी-विदेशी पर्यटकों की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें राजस्थान की कला-संस्कृति से रूबरू कराने के उद्देश्य से मंडाना प्रतियोगिता और चक दे इंडिया फुटबॉल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें देश-विदेश के पर्यटकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मंडाना प्रतियोगिता में पंचायत समिति, राजीविका और आईसीडीएस की विभिन्न टीमों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में एक टीम विदेशी प्रतिभागियों की भी शामिल थी।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर श्रीनगर की टीम, द्वितीय स्थान पर पीसांगन और तृतीय स्थान पर किशनगढ़ ग्रामीण की टीम रही। विजेता टीमों को स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। इस वर्ष भी चक दे इंडिया फुटबॉल मैच का आयोजन हुआ। रोमांचक मुकाबले में स्थानीय भारतीय टीम ने विदेशी टीम को चार-तीन के अंतर से पराजित किया। मैच के पहले हाफ में विदेशी खिलाड़ियों ने दाे-0 से बढ़त बनाई थी, लेकिन दूसरे हाफ में भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए चार गोल किए। विदेशी टीम दूसरे हाफ में केवल एक गोल ही कर पाई, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय टीम विजयी रही। मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
पुष्कर मेले को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल ने एक्स पर पोस्ट किया कि देश-विदेश में ख्याति प्राप्त प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले के शुभारंभ के अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आशा करता हूं कि इस वर्ष का मेला व्यापार, संस्कृति और परंपराओं के संगम का अविस्मरणीय उत्सव बनेगा। इस अवसर पर मेले में देश और विदेश से पधारे सभी अतिथिगण, पशुपालक, व्यापारियों और पर्यटकों का पुष्कर की पावन धरा पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है।