सूरत : नहाय खाय के साथ चार दिवसीय आस्था का महापर्व छठ प्रारंभ, खरना आज
डिंडोली श्री छठ सरोवर, जहांगीरपुरा एवं वियरकम कोजवे घाटों पर महापर्व की तैयारियां जोरशोर से
लोक पर्व छठ पूजा का चार दिवसीय महापर्व मंगलवार को नहाय खाय के साथ आरंभ हो गया है। पूर्व में यह पर्व प्रायः बिहार, झारखंड एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता था। लेकिन आज देश के प्रमुख शहरों के अलावा दुनिया के कई देशों में भी प्रमुखता के साथ मनाया जाता है। इसी क्रम में औद्योगिक नगरी सूरत में भी बिहार विकास परिषद की ओर से इस्कान मंदिर के पास ताप्ती घाट जहांगीरपुरा, श्री छठ मानव सेवा ट्रस्ट द्वारा छठ सरोवर डिंडोली तथा बिहार विकास मंडल द्वारा वियरकम कोजवे पर बड़े ही उल्लास के साथ आस्था के यह छठ पर्व मनाया जाता है। इसके अलावा अमरोली, भेस्तान, सचिन, पांडेसरा, बमरोली, मगदल्ला सहित शहर के विविध क्षेत्रों में छठ महापर्व मनाया जाता है।
श्री छठ मानव सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन राजेन्द्र उपाध्याय एवं प्रमुख गुलजारीलाल उपाध्याय ने बताया कि छठ पर्व कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से आरंभ होता है और कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और उसके बाद अगले दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पूजा संपन्न हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को व्रती चना की दाल, अरवा चावल एवं लौकी की सब्जी संध्या बेला में प्रसाद के रुप में ग्रहण किया। व्रती के परिजन भी वही प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसी प्रसाद के बाद बुधवार को सूर्यास्त से पूर्व गुड़ में बनी खीर एवं गेंहू की रोटी प्रसाद के रुप में ग्रहण करेंगे। इसी के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करेंगे।
उन्होंने बताया कि गुरुवार 7 नवंबर को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को महापर्व का पहला अर्घ्य अर्पण किया जाएगा। जबकि शुक्रवार 8 नबंर को उदयाचलगामी भगवान भास्कर को महापर्व का दूसरा अर्घ्य अर्पण कर चार दिवसीय महापर्व का समापन होगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान छठ पूजा के व्रतियों और उनके परिजनों को बहुत से नियमों का पालन करना होता है। ताकि उनका व्रत बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके और छठी मइया का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। छठ पूजा का व्रत परिवार की खुशहाली और संतान की सुरक्षा के साथ अच्छी सेहत के लिए किया जाता है। इसमें व्रती को कई घंटों तक पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना होता है।
प्रशासन का रहता है अच्छा सहयोग
छठ महापर्व के दौरान स्थानीय सूरत महानगर पालिका प्रशासन का पूरा सहयोग रहता है। पर्व से पूर्व ही स्वच्छता अभियान शुरू कर दी जाती है। इसके साथ ही साथ फायर ब्रिगेड, मेडिकल की टीम, तैराक, पानी विभाग के कर्मचारी के अलावा महानगर पालिका उच्च अधिकारियों के टीम भी निगरानी करती रहती है। स्वच्छता अभियान एवं पानी आदि की व्यवस्था को लेकर प्रशासन कार्रवाई शुरू कर दी है।