सूरत : अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में मजबूतप्रदर्शन
773 करोड़ रुपये के आधार पर पीएटी में 172% की सालाना वृद्धि
सूरत : भारत की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेडने 30 सितंबर 2024 को समाप्त हुए तिमाही और छमाही वित्तीय और ऑपरेशन्स प्रदर्शन की घोषणा की।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के सीइओ, कंदर्प पटेल ने कहा, “हमें खुशी है कि हमने एक और मजबूत तिमाही का प्रदर्शन किया है। कंपनी समय पर परियोजनाओं को पूरा करने और संचालन में दक्षता प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उपयोगिताओं और नए ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स में ऊर्जा मांग के रुझान बहुत सकारात्मक हैं, और हम अपने सभी अनुबंधों में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया में प्रगति कर रहे हैं।
दहाणू थर्मल प्लांट का सफलतापूर्वक विक्रय करना और मुंबई में नवीकरणीय ऊर्जा का 39%हिस्सा हासिल करना,हमें एनर्जीट्रांजिशन के क्षेत्र में एक लीडर के रूप में मजबूत करता है। हमें यह भी बताते हुए खुशी हो रही है कि प्रतिष्ठित व्यापार पत्रिका बिजनेस वर्ल्ड ने एईएसएलको भारत की सबसे टिकाऊ कंपनियों और ऊर्जा एवं खनन क्षेत्र में दूसरा स्थान दिया है। यह हमारे कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और स्थायी व्यावसायिक प्रथाओं को बढ़ावा देने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
कुल आय में 69% की मजबूत वृद्धि हुई, जो नए चालू किए गए ट्रांसमिशन एसेट्स (केवीटीएल, केबीटीएल, डब्ल्यूकेटीएल लाइनों), निर्माणाधीन परियोजनाओं में लाइनों की आंशिक पूर्णता (एमपी-II)और मुंबई और मुंद्रा में वितरण व्यवसाय में मजबूत मांग वृद्धि के कारण ऊर्जा बिक्री में वृद्धि के कारण देखीं गई है।
ट्रांसमिशन सिस्टम की उपलब्धता 99.7% रही। एईएमएल, मुंबई वितरण व्यवसाय में, ऊर्जा की खपत में 7% की वृद्धि हुई। इसके वितरण नुकसान 4.85% पर कम हैं, और इस यूटिलिटी ने विश्वसनीय और सस्ती बिजली की आपूर्ति के कारण 3.17 मिलियन नए उपभोक्ताओं को जोड़ा।
एबिटडा31% बढ़कर 1,891 करोड़ रुपये हो गया, जो सभी क्षेत्रों में मजबूत राजस्व वृद्धि, ट्रांसमिशन में ईपीसीआय, ट्रेजरी आय और वितरण व्यवसाय से स्थिर रूप से नियंत्रित एबिटडाके कारण है।
दूसरी तिमाही में ऑपरेशनल एबिटडा1,626 करोड़ रुपये रहा, जो 19% अधिक है। ट्रांसमिशन व्यवसाय उद्योग में सबसे उच्चतम 92% ऑपरेटिंग एबिटडा मार्जिन बनाए रखता है।
वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में पीएटी773 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना 172% अधिक है। यह मजबूत एबिटडा वृद्धि और पिछले वर्षों के एमएटी पात्रता के डैफर्ड टैक्स रिवर्सल के कारण 314 करोड़ रुपये की मदद से संभव हुआ।