सूरत : अदानी ग्रीन एनर्जी ने उत्पादन क्षमता में लगाई उछाल, हरित ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत पकड़
विद्युत खरीद समझौते की प्रतिबद्धताओं का सफलतापूर्वक कार्यान्वयन
सूरत: अदानी समूह की प्रमुख कंपनी, अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने भारत में हरित ऊर्जा क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ और बढ़ती हुई उपस्थिति का एक बार फिर प्रदर्शन किया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में अपनी उत्पादन क्षमता में 34% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि मुख्य रूप से 2,418 मेगावाट सौर ऊर्जा और 450 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाओं के चालू होने के कारण संभव हुई है।
वर्तमान में, एजीईएल की उत्पादन क्षमता 11,148 मेगावाट तक पहुंच गई है। यह वृद्धि न केवल कंपनी की विकास यात्रा को दर्शाती है, बल्कि भारत में स्वच्छ ऊर्जा के भविष्य के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।
एजीईएल न केवल अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, बल्कि विद्युत खरीद समझौतों की अपनी प्रतिबद्धताओं को भी समय पर पूरा कर रही है। कंपनी ने पिछले चार वर्षों में 49% की चक्रवृद्धि वृद्धि दर दर्ज की है, जो इसके मजबूत व्यावसायिक प्रदर्शन का प्रमाण है।
अदानी ग्रीन एनर्जी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। कंपनी को हाल ही में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP28) में 'यूटिलिटीज फॉर नेट ज़ीरो अलायंस' में शामिल होने वाली पहली भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी होने का गौरव प्राप्त हुआ है।
कंपनी ने 2030 तक 50 गीगावाट की उत्पादन क्षमता हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, एजीईएल अगले सात वर्षों में हर साल सौर और पवन ऊर्जा से बिजली पैदा करने के लिए तीन गीगावाट क्षमता का निर्माण करने की योजना बना रही है।
अदानी ग्रीन एनर्जी का हरित ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से बढ़ता दबदबा भारत के लिए एक सकारात्मक संकेत है। कंपनी की वृद्धि और सफलता न केवल देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी, बल्कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।