अहमदाबाद : भारतनेट फेज-2 के तहत गुजरात के 8036 ग्राम पंचायतों को मिला हाईस्पीड इंटरनेट
पहले राज्य में प्रति ग्राम पंचायत नेटवर्क स्पीड 100 केबीपीएस थी, जो अब 1000 गुना बढ़ कर 100 एमबीपीएस तक पहुंच गई
अहमदाबाद, 3 अक्टूबर (हि.स.)। गुजरात सरकार ने भारतनेट फेज-2 के अंतर्गत राज्य के 8036 ग्राम पंचायतों में 100 एमबीपीएस तक का हाईस्पीड नेटवर्क स्थापित किया है। हाल में राज्य में 300 स्थानों पर गुजरात स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क यानी जीस्वैन (जिला व तहसील मुख्यालय) के साथ भारतनेट नेट का सिमलेस वर्टिकली अलाइनमेंट किया गया है। भारतनेट से पहले राज्य में प्रति ग्राम पंचायत नेटवर्क स्पीड 100 केबीपीएस थी, जो अब 1000 गुना बढ़ कर 100 एमबीपीएस तक पहुंच गई है।
राज्य सूचना विभाग के मुताबिक केंद्र सरकार ने 25 अक्टूबर 2011 को नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहल शुरू की थी, जिसे वर्ष 2015 में भारतनेट प्रोजेक्ट नाम दिया गया था।भारतनेट प्रोजेक्ट के द्वितीय चरण के सफल क्रियान्वयन के लिए गुजरात सरकार ने गुजरात फाइबर ग्रिड नेटवर्क (जीएफजीएनएल) नामक स्पेशल पर्पज व्हीकल (एपपीवी) की स्थापना की थी। इसके अंतर्गत 22 जिलों में 35000 से अधिक किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क स्थापित किया गया है।
भारतनेट फेज-2 नेटवर्क के कारण टेलीकॉम सेक्टर का भी सशक्तीकीरण हुआ है। समग्र राज्य में डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाने एवं ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं सहित विभिन्न उद्योग भागीदारों को 16 हजार से अधिक किलोमीटर डार्क फाइबर लीज पर दिए गए हैं। पिछले 4 महीनों में 60 टावरों सहित 140 मोबाइल टावरों का फाइबराइजेशन किया गया है और रेलटेल के साथ रेवन्यू शेयरिंग पार्टनरशिप द्वारा जनता को वाजिब कीमत पर फाइबर-टु-द-होम (एफटीटीएच) सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। लीज्ड फाइबर का उपयोग कर 90 हजार से अधिक एफटीटीएच तथा 1.60 लाख से अक केबल टीवी कनेक्शन स्थापित किए गए हैं।
भारतनेट प्रोजेक्ट विश्व का सबसे बड़ा ब्रॉडबैंड प्रोग्राम है, जो गांवों में तेज इंटरनेट प्रदान करता है। यह एक पूर्णत: मेक इन इंडिया प्रोग्राम है। भारतनेट प्रोजेक्ट द्वारा सरकार डिजिटल इंडिया को प्रोत्साहन दे रही है। गुजरात फाइबर ग्रिड नेटवर्क लिमिटेड का विजन विश्वस्तरीय ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बना कर ग्रामीण आबादी को गुणवत्तायुक्त व विश्वसनीय नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदान करना है, जो सभी के लिए सुहभ होगा और राज्य के आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देगा।
भारतनेट फेज-2 नेटवर्क का उपयोग कर डिजिटल सेवा सेतु प्लेटफॉर्म ने लगभग 1.57 करोड़ ग्रामीणों को 321 सेवाओं का लाभ दिया है। होरिजोंटल कनेक्टिविटी का विस्तार कर ग्राम पंचायत स्तरीय सार्वजनिक कार्यालयों के विलेज लोकल एरिया (वी-लैन) नेटवर्क की रचना 7340 विद्यालयों, 587 ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों एवं 372 पुलिस चौकियों में की गई है। डिजिटल समावेशन को आगे बढ़ाते हुए 7692 गांवों में सार्वजनिक वाई-फाई सुविधा पहुंचाई गई है।
वाई-फाई में पंजीकृत कुल उपभोक्ताओं की संख्या 3,68,446 तक पहुंच गई है। गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर, धोलेरा एसआईआर, साइंस सिटी, जीआईडीसीस, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जैसे आइकॉनिक स्थलों को भारतनेट फेज 2 नेटवर्क द्वारा सेवा दी जाती है। इतना ही नहीं; 200 से अधिक सरकारी कार्यक्रमों का भारतनेट नेटवर्क द्वारा सीधा प्रसारण किया जाता है। इसके अलावा ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स तथा वर्चुअल क्लासरूम्स के एक्सेस के कारण शिक्षा क्षेत्र में प्रोत्साहन मिल रहा है।