मुंबई : सोनाक्षी-जहीर ने शादी के बाद पहली मनाई गणेश चतुर्थी

दोनों ने साथ में गणेश आरती करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया

मुंबई : सोनाक्षी-जहीर ने शादी के बाद पहली मनाई गणेश चतुर्थी

मुंबई । बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने 23 जून को जहीर इकबाल के साथ अंतरधार्मिक विवाह करने के बाद गणेश चतुर्थी मनाई। दोनों ने साथ में गणेश आरती करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जहीर इकबाल भी धर्म की सीमाएं लांघकर आरती में शामिल हुए। शादी के दौरान सोनाक्षी ने कहा था कि इकबाल को मेरे धार्मिक रीति-रिवाजों से कोई दिक्कत नहीं है। अब गणेश आरती का वीडियो शेयर करने से जाहिर हो रहा है कि दोनों ने एक-दूसरे के धर्म का सम्मान किया है लेकिन फिर भी इंस्टाग्राम पर कुछ यूजर्स ने दोनों को ट्रोल किया है। इस बार कमेंट्स से पता चल रहा है कि इकबाल को कुछ ज्यादा ही ट्रोल किया गया।

शादी के दौरान सोनाक्षी और इकबाल ने कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की थीं। अनचाही ट्रोलिंग के चलते उन्होंने कुछ पोस्ट का कमेंट ऑप्शन बंद कर दिया था लेकिन रविवार को उन्होंने घर पर गणेशोत्सव की फोटो और वीडियो का पोस्ट डाला। इस पर कमेंट का विकल्प खुला रखा गया था। ट्रोलर्स ने इस मौके का फायदा उठाकर वहां अपनी नाराजगी जाहिर की। इस पोस्ट को अब तक ढाई लाख लोग लाइक कर चुके हैं और एक हजार से ज्यादा कमेंट्स आ चुके हैं।

सोनाक्षी और इकबाल अर्पिता खान शर्मा के घर गणपति आरती में शामिल हुए। दोनों ने सोशल मीडिया पर एक संयुक्त पोस्ट शेयर किया और इसे कैप्शन दिया, “जब पति-पत्नी एक-दूसरे की मान्यताओं को स्वीकार करते हैं और अपनाते हैं, तो प्यार और सम्मान बढ़ता है। शादी के बाद यह हमारा पहला गणेशोत्सव है ।

अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने सात साल तक डेट करने के बाद इसी साल 23 जून को जहीर से शादी कर ली। इस शादी के दौरान सोनाक्षी ने सप्तपदी या निकाह नहीं किया। दोनों ने स्पेशल मैरिज एक्ट, 1954 के तहत शादी की। इस कानून के मुताबिक, दो अलग-अलग धर्मों के लोग अपना धर्म बदले बिना पंजीकृत विवाह कर सकते हैं। यह कानून पूरे देश में लागू है।

शादी के बाद दिए इंटरव्यू में सोनाक्षी ने अपनी शादी के बारे में बात करते हुए एक धार्मिक सवाल का खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा, ''हम दोनों एक-दूसरे से बहुत अलग नहीं हैं।'' हमारे मूल मूल्य समान हैं। हमारे माता-पिता दोनों ने हमें अच्छे इंसान बनना और अपने भाग्य पर विश्वास करना सिखाया। फिर इस देवता का नाम कुछ भी होगा। जीवन में एक अच्छा इंसान बनना बहुत जरूरी है। उसके लिए हमारे घर से मिले संस्कार और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं।"