जानिये विस्तारा और एयर इंडिया के विलय से क्या बदल जाएगा आपके लिए!

विस्ताना की उड़ानों और बुकिंग से जुड़ा ये अपडेट खास है

जानिये विस्तारा और एयर इंडिया के विलय से क्या बदल जाएगा आपके लिए!

अगर आप फ्रिक्वेंट फ्लायर हैं और विस्तारा की उड़ानों को पसंद करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। 2024 में एक बड़ा बदलाव होने वाला है, क्योंकि विस्तारा एयर इंडिया के साथ विलय के लिए तैयार है। यह विलय यात्रियों के लिए नई संभावनाओं और बेहतर सेवाओं का वादा करता है, लेकिन इसके साथ ही कुछ बदलाव भी होंगे, जिन्हें जानना जरूरी है।

विस्तारा की उड़ानें और बुकिंग:

3 सितंबर 2024 से, आप विस्तारा की उड़ानों के लिए 12 नवंबर 2024 के बाद की यात्रा के लिए बुकिंग नहीं कर सकेंगे। इस तारीख के बाद से विस्तारा के विमान एयर इंडिया के तहत संचालित होंगे और सभी बुकिंग्स एयर इंडिया की वेबसाइट के माध्यम से की जाएंगी। हालांकि, 11 नवंबर 2024 तक विस्तारा की सामान्य संचालन और बुकिंग्स जारी रहेंगी।

विलय के बाद के फायदे:

विस्तारा और एयर इंडिया दोनों ही इस बदलाव को यथासंभव सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे यात्रियों को नियमित अपडेट और सहायता प्रदान करेंगे ताकि यह परिवर्तन उनके लिए परेशानी रहित हो। विस्तारा के सीईओ विनोद कन्नन ने कहा, "हम इस नए चरण के लिए उत्साहित हैं और हमारे ग्राहकों का स्वागत करने के लिए तत्पर हैं - अब एयर इंडिया के रूप में।"

एयर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने मीडिया से कहा, "संयुक्त टीम हमारे मेहमानों को एक विस्तारित नेटवर्क, अतिरिक्त उड़ान विकल्प और एक उन्नत फ्रिक्वेंट फ्लायर प्रोग्राम प्रदान करने के लिए उत्सुक है।"

विलय के पीछे की योजना:

यह विलय विस्तारा और एयर इंडिया को एक प्रमुख पूर्ण-सेवा एयरलाइन के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपना दबदबा बनाएगी। सिंगापुर एयरलाइंस, जो विस्तारा में 49 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखती है, और भारत की टाटा समूह ने नवंबर 2022 में इस विलय की योजना की घोषणा की थी। विलय का उद्देश्य भारत के तेजी से बढ़ते विमानन बाजार में एक मजबूत उपस्थिति बनाना है।

अंतरराष्ट्रीय निवेश और नियामक अनुमोदन:

सिंगापुर एयरलाइंस को एक विस्तारित एयर इंडिया में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के लिए अनुमोदन मिल गया है, जो इस विलय प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हालांकि, विलय की प्रक्रिया, जो पहले मार्च 2024 तक पूरी होनी थी, अब 2024 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। दोनों कंपनियां 31 अक्टूबर तक विलय की तारीख को बढ़ाने के लिए बातचीत कर रही हैं।

विस्तारा और एयर इंडिया के विलय से यात्रियों को अधिक उड़ान विकल्प, बेहतर सेवाएं और एक उन्नत फ्रिक्वेंट फ्लायर प्रोग्राम का लाभ मिलेगा। हालांकि, इस बदलाव के साथ बुकिंग और यात्रा की कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव आएंगे, जिन्हें जानना और समझना महत्वपूर्ण है। एयरलाइन उद्योग में यह विलय एक नया युग शुरू करेगा, जो भारतीय और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सुविधाजनक और लाभकारी साबित होगा।

Tags: Air India