लखनऊ : हुनरमंद लोगों के लिए वरदान बन रहा बुधवार बाजार, मिट्टी कला की शानदार प्रस्तुति

मिट्टी से बनने वाले सजावटी सामानों या बर्तनों को लोग पसंद करते हैं लेकिन खरीदते समय मूल्य से भी कम रेट लगाते है

लखनऊ : हुनरमंद लोगों के लिए वरदान बन रहा बुधवार बाजार, मिट्टी कला की शानदार प्रस्तुति

लखनऊ, 07 अगस्त(हि. स.)। लखनऊ शहर के हुनरमंद लोगों के लिए वरदान बन रहे बुधवार बाजार में मिट्टी कला की शानदार प्रस्तुति हो रही है। नगर निगम की देखरेख में प्रत्येक सप्ताह के बुधवार को लगने वाले इस बाजार में हुनरमंद आना पसंद करते हैं और अपने सामानों की बिक्री कर कुछ रुपए भी कमा लेते है।

बुधवार को महानगर क्षेत्र में सड़क पर सजे बाजार में मिट्टी के सजावटी सामग्री लेकर पहुंचे हुनरमंद दुकानदारों ने जगह लेकर अपनी दुकान लगा ली। मिट्टी से बने उत्पादाें को खरीदने वाले लोग पूरे मनोयोग से मूल्य पूछते और सामग्री खरीदने को मोलतोल करते रहे। दुकानदारों अशोक और रमेश ने कहा कि बदले परिदृश्य में मिट्टी के सामानों ने अपना स्थान खो दिया है। मिट्टी से बनने वाले सजावटी सामानों या बर्तनों को लोग पसंद करते हैं लेकिन खरीदते समय मूल्य से भी कम रेट लगाते है।

लोगों के घरों के बैठक कक्ष में लगने वाले सजावटी सामानों का मूल्य पूछने पर उन्होंने बताया कि मिट्टी से बने उत्पादाें का मूल्य अलग-अलग है, यह सामग्री पचास रुपए से लेकर पांच सौ रुपए तक बिकती है। मिट्टी को तैयार करने व उसकी सूरत को ढालने के बाद पेंटिंग पर बनी हुई सामग्री का मूल्य बढ़ना तय है। ऐसे में लोगों की अपेक्षा होती है कि मिट्टी के मूल्य पर उन्हें सामग्री बेची जाए जो संभव नहीं हो पाता।

बुधवार बाजार में आए बदरुद्दीन ने बताया कि वर्तमान समय में हाथ से बने सामान का मूल्य मिलना मुश्किल है। फिर भी बुधवार बाजार में उनके सामान की बिक्री हो जाती है। इसलिए यहां अपने हुनर को लेकर आने की इच्छा रहती है। हर बुधवार वह और उनके साथी यहां आते हैं।

अध्यापिका सविता ने कहा कि बुधवार बाजार में शाम के वक्त स्कूल छूटने पर वह आती है और कुछ न कुछ सामान लेकर जाती हैं। मिट्टीसे बने उत्पादाें को उन्होंने बहुत खरीदा है और अपने घर के विभिन्न हिस्सों को सजाया है। कुछ सजावटी गमले भी खरीदने वह आई है, जिसका मूल्य भी कम कराने का प्रयास किया है। आज वह बाहर की दीवार पर सजाने के लिए गमले ले कर ही जाएगी।