सूरत : सूरत सिविल अस्पताल को अंगदान के लिए राष्ट्रीय सम्मान
59 अंग दाताओं के योगदान से 200 जीवन को नई रौशनी
सूरत, 3 अगस्त: भारतीय अंगदान दिवस पर सूरत सिविल अस्पताल को अंगदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए केंद्र सरकार के स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा द्वारा सम्मानित किया गया है। नई दिल्ली अम्बेडकर भवन में आयोजित एक समारोह में सूरत सिविल को 'बेस्ट ब्रेन स्टेम डेथ कमेटी' और 'पब्लिक अवेयरनेस' के लिए पुरस्कृत किया गया।
सूरत सिविल अस्पताल ने अंगदान के क्षेत्र में एक मिसाल पेश की है। अस्पताल के 59 अंग दाताओं ने अपने अंग दान करके 200 लोगों को नया जीवन दिया है। इनमें आंखें, लीवर, गुर्दे, हाथ, दिल, फेफड़े, अग्न्याशय, छोटी आंत सहित कई अंग शामिल हैं।
सूरत सिविल अस्पताल की टीम को यह सम्मान अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने और ब्रेन डेड मरीजों के परिवारों को अंगदान के लिए प्रेरित करने के उनके प्रयासों के लिए मिला है। टीम में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धारित्रीबेन परमार, डॉ. पारुलबेन वडगामा, आर.एम.ओ. डॉ. केतन नायक, न्यूरोफिजिशियन डॉ. हरेश पारेख और इमरजेंसी मेडिकल वार्ड-ई.इकबाल कड़ीवाला शामिल हैं।
डॉ. धारित्रीबेन परमार ने कहा, "ब्रेन डेड होने पर परिवारों को अंगदान के लिए सहमति दिलाना एक मानवीय सेवा है। इससे कई लोगों के जीवन बच सकते हैं।"
डॉ. पारुल वडगामा ने दिलीपभाई देशमुख के मार्गदर्शन में अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने के प्रयासों को सराहा।
इकबाल कड़ीवाला ने ब्रेन डेड मामलों में समाज, मरीज के रिश्तेदारों और डॉक्टरों के बीच एक कड़ी के रूप में काम करने पर जोर दिया।
सूरत सिविल अस्पताल की यह उपलब्धि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है। अस्पताल की टीम ने अंगदान के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कई अभियान चलाए हैं। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप सूरत अंगदान के क्षेत्र में अग्रणी बन गया है।
सूरत सिविल अस्पताल को अंगदान के लिए राष्ट्रीय सम्मान मिलना सूरत के लिए गौरव का विषय है। यह अस्पताल की टीम के समर्पण और अंगदान के प्रति लोगों की जागरूकता का परिणाम है।