गुजरात : पाटिल के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर 4 साल पूरे, स्थानीय निकाय चुनाव तक पद पर बने रहने की चर्चा

भाजपा राष्ट्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक 25 से 30 जुलाई को दिल्ली में होगी जिसमें कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं

गुजरात : पाटिल के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर 4 साल पूरे, स्थानीय निकाय चुनाव तक पद पर बने रहने की चर्चा

अहमदाबाद, 20 जुलाई (हि.स.)। गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर सी.आर. पाटिल का शनिवार को 4 साल पूरा हो गया। उन्हें 20 जुलाई, 2023 को अध्यक्ष पद पर बने 3 साल पूरा होने के बाद एक्सटेंशन दिया गया था। अब एक्सटेंशन का भी एक साल पूरा होने पर उनके स्थानीय निकाय चुनाव तक पद पर बने रहने की पूरी संभावना है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के तेवर और उनके गुजरात में सक्रियता को देखते हुए भाजपा गुजरात में किसी बदलाव के मूड में फिलहाल नजर नहीं आ रही है।

भाजपा राष्ट्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक 25 से 30 जुलाई को दिल्ली में होगी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी समेत पार्लियामेंट्री बोर्ड के अन्य सदस्य शामिल होंगे। बैठक में भाजपा नेता आगामी रणनीति और कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे। साथ ही संगठन को लेकर भी कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार पार्टी के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी इस बैठक में अहम फैसले लिए जा सकते हैं। आने वाले समय में गुजरात समेत देशभर में भाजपा की ओर से संगठन पर्व मनाया जाएगा। यह करीब दो महीने तक चलेगा। ऐसी परिस्थिति में भाजपा कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष या नए प्रदेश अध्यक्ष के बनने तक पाटिल को ही अध्यक्ष के तौर पर बनाए रख सकती है।

पिछले दिनों कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुजरात के संबंध में टिप्पणी कर भाजपा नेताओं को सजग कर दिया है। राहुल गांधी ने सदन में कहा था कि वह भाजपा को उनके गुजरात में हराएंगे। इसे लेकर कांग्रेस ने तैयारी शुरू करते हुए राहुल गांधी का गुजरात दौरा भी तय कर दिया। राहुल गांधी ने गुजरात में आकर पिछले कुछ महीनों में हुए हादसों के पीड़ित परिवारों के घाव पर मरहम लगाने का प्रयास कर अपनी मंशा प्रकट कर दी कि वह गुजरात में जोर लगाएंगे। हाल के महीनों में गुजरात में स्थानीय निकायों के चुनाव होने है। इसे लेकर जहां कांग्रेस अपनी योजना-रणनीति पर काम कर रही है, भाजपा भी किसी तरह की चूक करना नहीं चाहती है।