वडोदरा : गुलाबों की महक से महकता करजन, किसानों की होती है लाखों की कमाई

वडोदरा जिले के करजन तहसिल में कश्मीरी और देशी गुलाब सहित फूलों की होती है खेती

वडोदरा : गुलाबों की महक से महकता करजन, किसानों की होती है लाखों की कमाई

वडोदरा जिले का करजन तालुका अब सिर्फ अपनी ऐतिहासिक विरासत के लिए नहीं, बल्कि सुगंधित गुलाबों की खेती के लिए भी जाना जाता है। यहां के करीब 85% किसान गुलाब की खेती करते हैं और सालाना लाखों की कमाई करते हैं।

कश्मीरी और देशी गुलाबों की खेती:

करजन तालुका में मुख्य रूप से दो तरह के गुलाबों की खेती होती है - कश्मीरी गुलाब और देशी गुलाब। इनमें से कश्मीरी गुलाबों की पंखुड़ियां बड़ी और महीन होती हैं, जिसके कारण गुलकंद बनाने के लिए इनकी काफी डिमांड रहती है। वहीं, देशी गुलाब कश्मीरी गुलाबों की तुलना में ज्यादा टिकाऊ होते हैं।

किसानों की सफलता की कहानी:

कंचनभाई माछी, करजन तालुका के कोठिया गांव के रहने वाले हैं। वे पिछले छह सालों से कश्मीरी गुलाबों की खेती कर रहे हैं। उनकी तीन बीघा जमीन में गुलाबों की महक है। वे हर दिन 60 किलो तक गुलाब के फूल वडोदरा की मंडियों में बेचते हैं। त्योहारों के मौसम में गुलाबों की कीमतें 200 से 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाती हैं। कंचनभाई बताते हैं कि वे सालाना 4 से 5 लाख रुपये की कमाई गुलाबों की खेती से करते हैं।

लाखों की कमाई का जरिया:

वडोदरा जिले में कुल 660 हेक्टेयर में गुलाबों की खेती होती है, जिसमें से 270 हेक्टेयर करजन तालुका में है। इसके अलावा, जिले में 2000 हेक्टेयर से अधिक में गेंदा, मोगरा, लिली, चमेली, ग्लेडिया और रजनीगंधा जैसे अन्य फूलों की भी खेती होती है। फूलों की खेती किसानों के लिए आय का एक बड़ा जरिया बन गई है।

गुलाबों की महक दूर-दूर तक:

करजन तालुका में उगाए गए गुलाब न सिर्फ वडोदरा, सूरत और अहमदाबाद जैसी शहरों की मंडियों में बिकते हैं, बल्कि बड़े व्यापारी इन गुलाबों को मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों तक भी भेजते हैं। इस तरह करजन तालुका से गुलाबों की महक दूर-दूर तक फैल रही है।

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