खरीफ की फसलों की बोआई करने की तैयारी में जुटे किसानों को लगा बड़ा झटका

राजकीय बीज भंडार से मोटा अनाज के गायब हैं बीज

खरीफ की फसलों की बोआई करने की तैयारी में जुटे किसानों को लगा बड़ा झटका

हमीरपुर, 28 जून (हि.स.)। जिले में मानसून की प्री बारिश होने के बाद खरीफ की बोआई की तैयारियों को बड़ा झटका लग रहा है। क्योंकि किसानों को सरकारी बीज भंडार से बीज नहीं मिल रहा है। हजारों किसान बीज भंडार के चक्कर लगा रहे है। इस बार खरीफ की फसलों में मोटा अनाज के भी बीज सरकारी बीज भंडारों से गायब है। डिपार्टमेंट भी टेंशन में है।

हमीरपुर समेत बुंदेलखंड क्षेत्र में मानसून की पहली झमाझम बारिश हो चुकी है। ऐसे में किसानों ने खरीफ की फसलों की बोआई कराने की तैयारी पूरी कर ली है। झांसी, बांदा, ललितपुर, महोबा और चित्रकूट के अलावा जालौन व हमीरपुर में कई बार अच्छी बारिश हुई है। बुंदेलखंड क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान खरीफ में ज्वार, बाजरा, धान और अरहर की फसलों की बोआई करता है। यह क्षेत्र अरहर और ज्वार के लिए हब माना जाता है। इस साल दलहनी में मूंग, तिल, उड़द और मूंगफली की फसलों की बोआई का रकबा बढ़ाने की तैयारी भी किसानों ने की है। शासन ने भी सवा लाख से अधिक हेक्टेयर में खरीफ की बोआई कराने का लक्ष्य डिपार्टमेंट को दिया है। जो पिछले साल की तुलना में चार हजार से अधिक हेक्टेयर है।

उपनिदेशक कृषि हरीशंकर भार्गव के मुताबिक अबकी बार 136070 हेक्टेयर में फसलों की बोआई होनी है। जिसमें बीस हजार नौ सौ बाइस हेक्टेयर में उड़द, तीन हजार सात पन्द्रह हेक्टेयर में मूंग, बीस हजार एक सौ पैंसठ हेक्टेयर में अरहर की बोआई होगी। इसके अलावा आठ सौ अड़सठ हेक्टेयर में मूंगफली व सात हेक्टेयर में सोयाबीन की बोआई कराई जाएगी। बताया कि मोटा अनाज में ग्यारह हजार पांच सौ तैंतालीस हेक्टेयर में ज्वार, चौरानवे हेक्टेयर में बाजरा और पांच हेक्टेयर में मक्का की बोआाई कराने की लक्ष्य है। इसके अलावा मोटा अनाज में तीन सौ इक्कीस हेक्टेयर में श्री अन्न मिलेट्स की फसलों की बोआई होगी।

सरकारी बीज भंडार में ही ज्वार, बाजरा, तिल, अरहर व उड़द के बीज के पड़े लाले

सरकारी बीज भंडार में खरीफ की फसलों की बोआई के लिए बीज के लाले पड़े है। अमोल सिंह, रामसागर, रणविजय सिंह, जयकरन सिंह, यशवंत सिंह समेत तमाम किसानों ने बताया कि सुमेरपुर क्षेत्र के राजकीय बीज भंडार में ज्वार, तिल, मूंगफली के बीज नहीं है। पिछले कई दिनों से किसान बीज के लिए भटक रहे है। किसानों का कहना है कि फसलों की बोआई 15 जुलाई से पहले बोनी चाहिए तभी किसानों को इससे लाभ मिलेगा लेकिन किसानों को बीज ही नहीं मिल रहे है।

सावा, कोदो, काकुन, रागी, मक्का के अलावा मूंगफली के भी बीज भंडार से हैं गायब

राजकीय बीज भंडार में इस बार मोटा अनाज के बीज भी नदारत है। किसानों ने बताया कि सोयाबीन, मूंगफली, ढेंचा, हरा उड़द, तिल, अरहर, सनई के अलावा सांवा, रागी, मक्का, कोदो, काकुन के भी बीज राजकीय बीज भंडार से गायब हैं।

बीज भंडार प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में काला उड़द, मूंग धान का पंत चौबीस बीज उलपब्ध है। यह सभी बीज पचास फीसदी अनुदान में किसानों को मिलेगा। अन्य फसलों के बीजों की डिमांड शासन को भेजी जा चुकी है।

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