भारत-बांग्लादेश के बीच हुए अहम रक्षा समझौते, सैन्य शिक्षा में मिलेगा सहयोग

प्रशिक्षु अधिकारियों और संकाय सदस्यों की शैक्षणिक क्षमताओं को बढ़ाएगा

भारत-बांग्लादेश के बीच हुए अहम रक्षा समझौते, सैन्य शिक्षा में मिलेगा सहयोग

नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की आधिकारिक भारतीय राजकीय यात्रा के दौरान भारत और बांग्लादेश के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज ने समझौता-ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे रणनीतिक और परिचालन अध्ययन के क्षेत्र में सैन्य शिक्षा से संबंधित सहयोग मिलेगा। दोनों कॉलेज तीनों सेनाओं के अधिकारियों को प्रशिक्षण देते हैं और उन्हें उच्च स्टाफ और कमांड जिम्मेदारियों के लिए तैयार करते हैं।

भारत के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी), वेलिंगटन और मीरपुर, ढाका के डिफेंस सर्विसेड कमांड एंड स्टाफ कॉलेज (डीएससीएससी) समान लोकाचार, प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और कार्यप्रणाली साझा करते हैं और समान चुनौतियों का सामना करते हैं। इसके मद्देनजर दोनों संस्थानों ने द्विपक्षीय जुड़ाव को और बढ़ाने के लिए समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता ज्ञापन पेशेवर कौशल को बढ़ाने, रणनीतिक मामलों में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करने, उत्कृष्ट व्यवहारों और विशेषज्ञता को साझा करने में सहायता करेगा। इसके साथ प्रशिक्षु अधिकारियों और संकाय सदस्यों की शैक्षणिक क्षमताओं को बढ़ाएगा। यह प्रशिक्षण पैकेज, संयुक्त सेमिनार, संकाय आदान-प्रदान, पारस्परिक प्रशिक्षक यात्रा आदि के संचालन की सुविधा प्रदान करेगा।

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना शुक्रवार को दो दिन के भारत दौरे पर आई थीं। शेख हसीना के इस दौरे के दौरान बांग्लादेश और भारत के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा की दृष्टि से कई अहम समझौते हुए हैं। भारत और बांग्लादेश ने रक्षा संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाकर समुद्री सुरक्षा, महासागरीय अर्थव्यवस्था तथा दूरसंचार क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। दो सप्ताह पहले नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की यात्रा करने वाली वह पहली विदेशी नेता हैं।

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